नई दिल्ली :विश्व बाल दिवस पर बाल अधिकारों के प्रति एकजुटता को दिखाने के लिए संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने संसद भवन, राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री कार्यालय और कुतुब मीनार पर नीली रोशनी की.
यह दिन कोविड-19 के प्रभाव और बच्चों के जीवन पर जलवायु परिवर्तन के लिए भी समर्पित था. यूनिसेफ के अधिकारियों ने ईटीवी भारत को बताया कि विश्व बाल दिवस (डब्ल्यूसीडी) 20 नवंबर, 1989 को बाल अधिकारों पर अधिवेशन को अपनाने के लिए बच्चों के लिए कार्रवाई का एक वैश्विक दिवस है.
अधिकारियों ने कहा कि कोविड-19 की वजह से बच्चों के जीवन पर भी संकट है. बच्चों को महामारी की कीमत चुकानी पड़ रही है. वे मास्क पहन रहे हैं, शीरीरिक दूरी भी बनाकर रख रहे हैं.
जलवायु संसद का आयोजन
यूनिसेफ ने सांसदों के ग्रुप ऑफ चिल्ड्रन (पीजीसी) के साथ साझेदारी में शुक्रवार को बच्चों के साथ एक जलवायु संसद का आयोजन भी किया. कार्यक्रम में 30 से अधिक सांसद मौजूद थे, जहां उन्होंने बच्चों के अधिकारों और जलवायु अनुकूलन योजनाओं को एकीकृत करने में समर्थन के लिए प्रतिबद्धता पत्र पर हस्ताक्षर किए.