संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की अध्यक्ष जोअन्ना रोनेका ने कश्मीर के हालत पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया. सात पश्चिमी देशों द्वारा आयोजित मीडिया ब्रीफिंग में 'नो' कहकर वहां से चली गईं.
इसके पूर्व महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को कश्मीर मसले पर पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने पत्र लिखा था.
गौरतलब हो कुरैशी द्वारा लिखा गया पत्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों को वितरित किया गया था और संयुक्त राष्ट्र को जारी किया गया था.
रोनेका मीडिया ब्रीफिंग में मौजूद थीं, जहां बेल्जियम के उप स्थायी प्रतिनिधि कारेन वान व्लिरबर्ग ने जॉर्जिया के समर्थन में एक बयान पढ़ा. वहां सीमा पर हालात तनावपूर्ण बनाने के लिए रूस की आलोचना की. इस दौरान किसी ने मीडिया के सवालों के जवाब नहीं दिए और वहां से चलीं गईं.
दरअसल पाकिस्तान की स्थायी प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने रोनेका से बुधवार को मुलाकात की थी. लोधी कश्मीर पर पैरवी करने के अपने अभियान पर हैं.
कुरैशी ने अपने पत्र में चिंता जाहिर की थी कि 'इस बात को लेकर व्यापक चिंताएं हैं कि भारत पहले कदम के तौर पर अपने संविधान से अनुच्छेद 35-ए समाप्त करने, और उसके बाद अनुच्छेद 370 समाप्त करने की जमीन तैयार कर रहा है.'