दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

भाजपा में दलितों के मुद्दे चुप रहने पर प्रधानमंत्री बन जाता : उदित राज - udit raj slams bjp

बीजेपी से अलग होने के बाद दलित नेता उदित राज ने कहा है कि पार्टी में दलितों को बोलने का अधिकार नहीं था. उन्होंने कहा कि खामोश रहने पर वे प्रधानमंत्री तक बन सकते थे. पढ़ें उदित राज ने और क्या कहा...

कांग्रेस में शामिल होने के बाद उदित राज

By

Published : Apr 24, 2019, 5:43 PM IST

Updated : Apr 24, 2019, 6:34 PM IST

नई दिल्ली: बीजेपी के पूर्व सांसद उदित राज आज कांग्रेस में शामिल हो गए. उन्होंने कहा कि भाजपा में दलितों को बोलने का अधिकार नहीं है. उदित राज ने कहा कि यदि भाजपा ने उन्हें टिकट दे दिया होता तो वे पार्टी नहीं छोड़ते.

कांग्रेस में शामिल होने के बाद उदित राज का बयान

बीजेपी से टिकट न मिलने के सवाल पर उदित राज ने कहा कि उन्हें दलितों की आवाज उठाने की सजा मिली है. यदि वे चुप रहते तो भाजपा में प्रधानमंत्री बन सकते थे. यदि रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति बन सकते हैं, तो मेरे शांत रहने पर यह यह इनाम मुझे जरूर मिलता.

उदित राज ने कहा कि दिल्ली में एकमात्र नॉर्थवेस्ट संसदीय सीट से ही भाजपा के जीतने की उम्मीद थी, लेकिन अब वह उम्मीद भी खत्म हो गई है. उन्होंने कहा कि भले ही मैं इस सीट से चुनाव नहीं लड़ रहा, लेकिन अब भाजपा को दलितों का वोट नहीं मिलेगा. मैं बिना किसी स्वार्थ के लिए कांग्रेस के लिए काम करूंगा.

कांग्रेस में शामिल होने के बाद मीडिया से बात करते हुए उदित राज ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में चले एससी-एसटी एट्रोसिटी एक्ट मामले के दौरान वे दलितों के हित को लेकर मुखर रहे. भाजपा को इसी बात को लेकर नाराजगी थी. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बने रामनाथ कोविंद दलितों के मुद्दे पर चुप रहे तो उन्हें राष्ट्रपति बना दिया गया.

बकौल उदित राज यदि वे भी चुप रहते तो मुझे प्रधानमंत्री बना दिया जाता. भाजपा में आंख-कान बंद करने वाले दलितों की ही पूछ होती है. ऐसे में वहां ज्यादा दिनों तक रहना मेरे लिए संभव नहीं था. उदित राज ने बताया कि पार्लियामेंट में राहुल गांधी अक्सर उनसे कहते थे कि आप अच्छे दलित नेता हैं, आपको कांग्रेस में होना चाहिए.

प्रेस वार्ता में मौजूद वरिष्ठ कांग्रेस नेता शीला दीक्षित ने कहा कि उदित राज देश के सबसे बड़े दलित नेता है लेकिन अब तक वे गलत पार्टी में थे. उन्होंने कहा कि उदित राज के आने से कांग्रेस पार्टी मजबूत होगी.

उदित राज के कांग्रेस में शामिल होने के बाद शीला दीक्षित का बयान

गौरतलब है कि उदित की पहचान एक मुखर दलित नेता, नौकरशाह, और फिर राजनीति में बीजेपी सांसद की रही है. वे 2014 में दिल्ली के नॉर्थवेस्ट संसदीय सीट से भाजपा के सांसद निर्वाचित हुए थे. ऐसे में उन्हें इस बार भी ये उम्मीद थी कि पार्टी से उन्हें टिकट मिलेगा.

ये भी पढ़ें: कांग्रेस में शामिल हुए दलित नेता व पूर्व BJP सांसद उदित राज

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ उदित राज !
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 20 मार्च, 2018 को अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निरोधक) अधिनियम, 1989 (संक्षेप में एससी-एसटी एट्रोसिटी एक्ट) पर सुप्रीम कोर्ट ने आदेश पारित किया था. इसके बाद पूरे देश में व्यापक और हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे. तत्कालीन बीजेपी सांसद उदित राज ने भी सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ आवाज उठाई थी.

क्या था सुप्रीम कोर्ट का आदेश
सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में एससी/एसटी अत्याचार निवारण के मामले में आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी. शीर्ष अदालत के आदेश में कहा गया था कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) की मंजूरी जरूरी होगी.

सरकार ने फैसले पर लगाई रोक
इसके बाद लोकसभा में 6 अगस्त, 2018 को अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) संशोधन विधेयक, 2018 पारित किया गया था. इस संशोधन के जरिए सर्वोच्च न्यायालय का आदेश निष्प्रभावी हो गया. हालांकि, इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिकाएं भी दायर की गई है. गत 26 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने इन याचिकाओं पर सुनवाई शुरू करने की बात कही थी.

बुधवार को उदित राज के कांग्रेस में शामिल होने के समय कांग्रेस पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल और कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला भी मौजूद रहे.

Last Updated : Apr 24, 2019, 6:34 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details