चुनाव आयोग की प्रवक्ता शेफाली सरन ने भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएन शेषन के निधन पर दुख जताया.
पूर्व CEC टीएन शेषन के निधन पर लोगों ने दी श्रद्धांजलि
09:22 November 11
चुनाव आयोग ने जताया दुख
07:50 November 11
अशोक लवासा ने जताया शोक
चुनाव आयुक्त अशोक लवासा ने शोक जताते हुए कहा कि उनके निधन के साथ ही एक युग की समाप्ति हो गयी.
07:50 November 11
अमित शाह ने व्यक्त किया दुख
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि शेषन ने भारत के चुनावी संस्थान को मजबूत बनाने में सुधारक की भूमिका निभायी है.
शाह ने ट्वीट किया, 'पूर्व मुख्य आयुक्त टी.एन. शेषन के निधन की सूचना से दुखी हूं. उन्होंने भारत की चुनावी संस्था के सुधार और उसे मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. देश उन्हें हमेशा लोकतंत्र के पथप्रदर्शक के रूप में याद रखेगा. मेरी प्रार्थना उनके परिवार के साथ है.'
07:49 November 11
ममता बनर्जी ने जताया दुख
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, 'स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के पक्षधर टी.एन. शेषन के निधन की सूचना से शोक संतप्त हूं. लोकतंत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा. मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं.'
07:48 November 11
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुख जताया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि शेषन बहुत अच्छे नौकरशाह थे जिन्होंने परिश्रम और निष्ठा के साथ देश की सेवा की.
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, 'चुनावी सुधार की दिशा में उनके प्रयासों ने हमारे लोकतंत्र को और मजबूत तथा भागीदारीपूर्ण बनाया. उनके निधन से दुख हुआ. ओम शांति.'
07:48 November 11
शशि थरुर ने जताया दुख
कांग्रेस नेता शशि थरुर ने ट्वीट किया, 'चन्नेई में पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टी.एन. शेषन के निधन की सूचना से शोक संतप्त हूं. वह विक्टोरिया कॉलेज, पलक्कड़ में मेरे पिता के सहपाठी थे. वह साहसी बॉस थे जिसने चुनाव आयोग की स्वायत्ता को स्थापित किया.'
07:47 November 11
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस.वाई. कुरैशी ने जताया दुख
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस.वाई. कुरैशी ने ट्वीट किया, 'यह बताते हुए दुख हो रहा है कि टी.एन. शेषन अब हमारे बीच नहीं रहे. वह आदर्श और अपने उत्तराधिकारियों के लिए प्रेरक थे. मैं उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं.'
07:20 November 11
भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएन शेषन का रविवार की रात यहां दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वह 87 वर्ष के थे.
केरल के पलक्कड़ जिले के थिरुनेललाई में 15 दिसंबर, 1932 को तिरुनेलई नारायण अय्यर शेषन के रूप में जन्मे शेषन ने देश में चुनावी दुर्भावनाओं को समाप्त करने में प्रमुख भूमिका निभाई.
उन्हें चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता लागू करने का श्रेय दिया जाता है.
शेषन ने मध्य प्रदेश के एक निर्वाचन क्षेत्र में मतदान स्थगित कर दिया, यह पता लगने के बाद एक सेवारत राज्यपाल अपने बेटे के लिए प्रचार कर रहे थे.
इतना ही नहीं उन्होंने उत्तर प्रदेश में, एक मंत्री को एक रैली में मंच छोड़ने के लिए मजबूर किया गया क्योंकि अभियान की अवधि अभी समाप्त हो गई थी.