गंगटोक : सात लाख से कम की आबादी वाले सुंदर व सुरम्य हिमालयी राज्य सिक्किम के लिए भी 2020 का साल संकट भरा रहा, क्योंकि कोविड-19 महामारी ने राज्य के पर्यटन उद्योग को बर्बाद कर दिया, जो इस राज्य की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है.
सिक्किम पर्यटन विकास निगम (एसटीडीसी) के अध्यक्ष लुकेंद्र रसैली ने कहा कि महामारी की वजह से पर्यटन क्षेत्र को इस साल 600 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
मई के अंतिम सप्ताह से पहले तक सिक्किम कोरोना वायरस महामारी से अछूता था, जब दिल्ली से लौटे एक छात्र को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था और इसके साथ ही इस घातक वायरस ने इस सीमावर्ती राज्य में भी दस्तक दी थी.
इसके दो महीने बाद राज्य में कोविड-19 से पहली मौत हुई जब पूर्वी सिक्किम जिले के एक 74 वर्षीय व्यक्ति ने बीमारी के कारण दम तोड़ दिया. इसके बाद वायरस राज्य के सभी चार जिलों में फैल गया.
सिक्किम में अब तक कोविड-19 के 5,600 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और संक्रमण से 120 से अधिक मौतें हुई हैं.
रसैली ने मीडिया से कहा, 'कोविड-19 महामारी का पर्यटन उद्योग पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है, जो राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है. 'राज्य सरकार संक्रमण से बचने के लिए मार्च के पहले सप्ताह में ही सीमाओं को सील करने, पर्यटकों पर प्रतिबंध लगाने और शैक्षणिक गतिविधियों को निलंबित करने समेत कई एहतियाती कदम उठा चुकी थी, लेकिन इस प्रकोप से राज्य को दूर नहीं रखा जा सका.