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इस बार बारह दागी और बाहुबली चेहरे चुनाव मैदान में

चुनाव के पहले भले ही राजनीतिक पार्टियां बाहुबली और दागियों को अपने आस-पास न फटकने देने का खासा ख्याल रखते हों, लेकिन बात जब चुनाव की हो तो यह हर लक्ष्मण रेखा पार करने में सफल रहते हैं. ऐसा ही कुछ बिहार विधानसभा चुनाव में देखने को मिल रहा है, जहां राजनीतिक पार्टियां दागी और बाहुबली से लेकर उनके परिवार के सदस्यों तक को टिकट दे रही हैं.

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Published : Oct 11, 2020, 2:45 PM IST

Updated : Oct 11, 2020, 5:45 PM IST

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बिहार विधानसभा चुनाव

पटना : बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार अधिकतर दलों ने दागियों और बाहुबली को सिंबल देने में कोई सावधानी नहीं बरती है. यदि किसी कारण के चलते दागी और बाहुबली चुनाव नहीं लड़ पा रहे हैं तो वह इसका भी तोड़ जानते हैं. अगर वह चुनाव नहीं लड़ पा रहें हैं, तो क्या पार्टियां उनके बदले उनके परिवार के किसी सदस्य को टिकट दे रही हैं.

अनंत सिंह :अपने बेबाक बयान और विवादित छवि के लिए जानें जाने वाले बाहुबली अनंत सिंह इस बार राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. अनंत सिंह ने इस बार राजद के सिंबल पर नामांकन किया है. सिंह पर जमीन मामले, अवैध कब्जे से लेकर हत्या से जैसे संगीन मामलों के केस चल रहे हैं. वह फिलहाल जेल में हैं. उन पर दो दर्जन से अधिक मामले चल रहे हैं. अनंत सिंह पहले भी मोकामा से विधायक रह चुके हैं.

अनंत सिंह

रामा किशोर सिंह : 90 के दशक से अपहरण, धमकी, जबरन वसूली जैसे अपराधों के आरोपी रामा किशोर सिंह उर्फ ​​रामा सिंह बिहार की राजनीति में एक जाना माना चेहरा हैं. हाजीपुर से सटे वैशाली के महनार इलाके में दबंग छवि के नेता रामा सिंह का हाल ही में (राष्ट्रीय जनता दल) राजद में आने को लेकर विवाद हुआ था. राजद के कद्दावर नेता रघुवंश प्रसाद ने इसका विरोध किया था. इस बार राजद में उनके शामिल होने बाद रामा सिंह की पत्नी वीणा देवी को राजद ने मनहार से अपना टिकट दिया है.

रामा सिंह

आनंद मोहन : डीएम कृष्णैया हत्या मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे बाहुबली आनंद मोहन बिहार की राजनीति में सर्वाधिक चर्चित नाम हैं. कभी राजनीति में आज के कई बड़े नेताओं के सरपरस्त रहे आनंद मोहन की चर्चा अब भी होती रहती है. आनंद मोहन, जो कभी राजनीति में कई बड़े नेताओं के संरक्षक थे, आज भी चर्चा में हैं. पहले उनकी पत्नी को जदयू में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन अंत में उन्होंने राजद का दामन थामा है. आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद के राजद के टिकट पर सुपौल से चुनाव लड़ने की चर्चा है.

आनंद मोहन

अजय सिंह : सीवान के दरौंदा विधानसभा से बाहुबली अजय सिंह इस बार चुनाव लड़ने वाले हैं. अजय सिंह इससे पहले जदयू के टिकट पर उपचुनाव लड़ चुके हैं. उन्होंने अपनी पत्नी के लिए जदयू से टिकट मांगा था. जेडीयू ने आपराधिक छवि के कारण टिकट नहीं दिया. इसलिए वह खुद एक निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं.

अजय सिंह

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अरुण यादव :नाबालिग से रेप के आरोपों को लेकर चर्चा में आए राजद विधायक अरुण यादव की पत्नी किरण देवी की इस बार राजद के टिकट पर चुनाव लड़ेंगी. अरुण यादव भोजपुर जिले से विधायक रहे हैं. रेप मामले आरोपों के कारण उन पर कुर्की के आदेश तक जारी हो गए थे.

अरुण यादव

अमरेंद्र पांडे : बाहुबली अमरेंद्र पांडे उर्फ ​​पप्पू पांडे (जो जदयू से विधायक थे) पर कई गंभीर आरोप लगे हैं. उन पर गोपालगंज ट्रिपल मर्डर मामले में भी आरोप लगाए गए थे. गोपालगंज के कुचायकोट के विधायक अमरेंद्र पांडे पर कई पुलिस थानों में मामला दर्ज है. इस बार भी वह जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं.

अमरेंद्र पांडे

रीतलाल यादव :पटना से लेकर पूरे बिहार में अपराध के आरोपों के लिए जाने जाने वाले रीतलाल यादव इस बार विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. रीतलाल रेलवे में जबरन वसूली के आरोपों से लेकर ठेके तक कई मामलों के लिए जाने जाते हैं. राजद की सीट पर दानापुर क्षेत्र से चुनाव लड़ने की चर्चा है. अगर सूत्रों की मानें तो किसी भी पार्टी से टिकट नहीं मिलने की स्थिति में वह निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं.

रीतलाल यादव

राजाबल्लभ यादव : राजद राजबल्लभ यादव (जो नवादा से विधायक थे) भी बहुत चर्चित रहे हैं. उन्हें नाबालिग से बलात्कार के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. उसके साथ पांच अन्य आरोपियों को भी दोषी ठहराया गया था. इस बार उनकी पत्नी विभा देवी नवादा से चुनाव लड़ेंगी. राजद के टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी है.

राजाबल्लभ यादव

अवधेश मंडल : बीमा भारती के पति अवधेश मंडल का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है. हाल ही में उन्होंने घोषणा की थी कि वह राजद के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. पत्नी नीतीश सरकार में मंत्री हैं, लेकिन अवधेश मंडल का आरोप था कि जदयू ने उनका केवल उपयोग किया. चुनाव नहीं लड़ने दिया गया.

अवधेश मंडल

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हुलास पांडे :शाहाबाद क्षेत्र के बाहुबली नेता, हुलास पांडे एक विधान पार्षद भी रहे हैं. एनआईए की टीम ने एके-47 खरीद के आरोप में उनके कई ठिकानों पर भी छापा मारा था. उन पर कई आरोप हैं. लोजपा नेता हुलास पांडे इस बार लोजपा के टिकट पर ब्रह्मपुर से चुनाव लड़ रहे हैं.

हुलास पांडे

सुनील पांडे :बाहुबली नेता और कई बार विधायक रहे सुनील पांडे का राजनीति से पुराना नाता है. एनआईए ने एके-47 खरीद के आरोप में भी उनकी जांच की है. एक शिक्षित नेता होने के बावजूद उनका नाम अपराध की दुनिया में लिया जाता है. उन्होंने हाल ही में एलजेपी छोड़ दी. इस बार वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे.

सुनील पांडे

मंजू वर्मा :पूर्व मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा का नाम मुजफ्फरपुर शेल्टर होम घोटाले को लेकर काफी चर्चा में रहा. चंद्रशेखर वर्मा के खिलाफ अवैध हथियार रखने के आरोप भी लगाए गए हैं. हालांकि मंजू वर्मा एक स्वतंत्रता सेनानी की बेटी रही हैं. उनके ससुर सुखदेव महतो भी सीपीआई से विधायक रहे हैं. इस बार वह चुनाव भी लड़ रही हैं.

मंजू वर्मा
Last Updated : Oct 11, 2020, 5:45 PM IST

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