नई दिल्ली :इतिहास में 15 अक्टूबर का दिन भारत के मिसाइल और परमाणु हथियार कार्यक्रम को फौलादी और अभेद बनाने वाले पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के जन्मदिन के तौर पर दर्ज है.
बेहद सहज और सरल व्यक्तित्व वाले मृदुभाषी कलाम की रहनुमाई में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ने सबसे घातक और मारक हथियार प्रणालियों का देश में ही विकास किया. 15 अक्टूबर 1931 को जन्मे कलाम देश के युवाओं को देश की सच्ची पूंजी मानते थे और बच्चों को हमेशा बड़े सपने देखने के लिए प्रेरित करते थे.
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के जन्म दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि दी. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा की डॉ कलाम को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि भारत राष्ट्रीय विकास के प्रति अपने अमिट योगदान को कभी नहीं भूल सकता, जैसा कि एक वैज्ञानिक और भारत के राष्ट्रपति के रूप में उनकी जीवन यात्रा लाखों लोगों को ताकत देती है.
गृह मंत्री अमित शाह ने भी पूर्व राष्ट्रपित कलाम को सहृदय श्रद्धांजलि दी. उन्होंने ट्वीट किया कि भारत रत्न डॉ एपीजे अब्दुल कलाम दूरदर्शी नेता और भारत के अंतरिक्ष और मिसाइल कार्यक्रमों के वास्तुकार, जो हमेशा एक मजबूत और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करना चाहते थे. विज्ञान और शिक्षा के क्षेत्र में उनकी अमर विरासत प्रेरणा का प्रतीक है.
देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को याद कर लिखा कि 'नए और मजबूत भारत के सपने को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध, कलाम साहब ने अपना पूरा जीवन भारत के भविष्य के निर्माण के लिए समर्पित कर दिया. वह हमारी आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे. उनकी जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि.'
देश दुनिया के इतिहास में आज की तारीख में दर्ज अन्य प्रमुख घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:-
1686 : औरंगजेब ने बीजापुर के साथ शांति संधि पर हस्ताक्षर किए.
1918 :शिरडी के साईं बाबा ने शरीर त्यागा.
1931 : पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइल मैन ए पी जे अब्दुल कलाम का जन्म.