कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में एक साल से भी कम समय शेष रह जाने को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और उसकी मुख्य प्रतिद्वंद्वी भाजपा ने राजनीतिक मुकाबले के लिए तैयारियां शुरू कर दी है. दोनों दल लॉकडाउन के बीच वर्चुअल (ऑनलाइन) माध्यमों से लोगों से संपर्क साधने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं.
कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने के कारण सामाजिक दूरी और लोगों के बीच आपस में कम से कम संपर्क रखना आवश्यक हो गया है, ऐसे में पश्चिम बंगाल में पार्टियां चुनाव प्रचार करने और लोगों का समर्थन हासिल करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं.
कोविड-19 , प्रवासी श्रमिकों के संकट और चक्रवात 'अम्फान' से निबटने को लेकर भाजपा एवं तृणमूल कांग्रेस एक-दूसरे पर दोषारोपण कर रही हैं. दोनों दलों ने विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर मुहिम चलाने और इन मुद्दों पर एक-दूसरे को घेरने की तैयारी कर ली है.
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने चुनाव के लिए पार्टी की रणनीति तैयार करने के वास्ते पांच जून को अपने पदाधिकारियों और जन प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बैठक की.
प्रदेश भाजपा नौ जून को अपनी रणनीति तैयार करेगी और इस मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह वर्चुअल रैली आरंभ करेंगे.
पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष एवं सांसद दिलीप घोष ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस नीत सरकार के कुशासन को उजागर करने और लोगों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए कार्य योजना तैयार करना आवश्यक है.
घोष ने मीडिया से कहा, 'हम बता सकते हैं कि अमित शाह जी 2021 विधानसभा चुनाव के लिए वर्चुअल मुहिम शुरु करेंगे. कोविड-19 के कारण रैलियां या जनसभा आयोजित करना संभव नहीं है, इसलिए हम लोगों से संपर्क साधने और तृणमूल कांग्रेस के कुशासन को उजागर करने के लिए सोशल मीडिया मुहिमों का सहारा ले रहे हैं. कोविड-19 और चक्रवात अम्फान आगामी वर्ष में होने वाले चुनाव में मुख्य चुनावी मुद्दा होंगे.'