धर्मशाला : तिब्बत को लेकर चल रही असहमतियों के बीच अमेरिका ने चीन के कुछ अधिकारियों पर वीजा प्रतिबंध लगाए हैं, जिसकी सराहना निर्वासित तिब्बत सरकार ने की है. उसने साथ ही यह भी कहा है कि चीन तिब्बत में मानव अधिकारों का उल्लंघन कर रहा है.
पिछले हफ्ते, अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने चीन के उन अधिकारियों का वीजा प्रतिबंधित किया है, जो तिब्बती इलाकों में विदेशियों के प्रवेश से संबंधित नीतियां बनाने और उन्हें कार्यान्वित करने के काम में शामिल हैं.
निर्वासित तिब्बत सरकार के प्रवक्ता टीजी आर्य ने कहा, 'मुझे लगता है कि यह एक बहुत अच्छा कदम है, जो अमेरिका ने उठाया है क्योंकि चीन को कुछ नियमों का पालन करने की आवश्यकता है. जो कुछ भी चीन तिब्बत, उइगुर, मंगोलिया में कर रहा है, वह अप्रशंसनीय है. मानव अधिकारों के उल्लंघन किया जा रहा है, धार्मिक स्वतंत्रता को रौंदा जा रहा है.'
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वीजा प्रतिबंधों का यह कदम 'रेसिप्रोकल एक्सेस टू तिब्बत एक्ट (तिब्बत में पारस्परिक पहुंच कानून), 2018' के अनुरूप है. 2018 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक द्विदलीय विधेयक पर हस्ताक्षर किए थे, जो चीन के खिलाफ हैं और चीनी अधिकारियों पर वीजा प्रतिबंध लगाने का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं क्योंकि चीन, तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र (टीएआर) तथा तिब्बत के अन्य क्षेत्रों में अमेरिकी राजनयिकों तथा अन्य अधिकारियों, पत्रकारों और पर्यटकों को जाने से जान बूझकर लगातार रोक लगा रहा है.