सुकमा : पिछले करीब 15 दिनों से चिंतागुफा और चिंतलनार इलाके में नक्सली लगातार ग्रामीणों की बैठक ले रहे हैं. हाल ही में इस इलाके से नक्सलियों की बटालियन नंबर एक की भी बैठक लेने की सूचना पुलिस को मिली थी. शनिवार की शाम चिंतागुफा क्षेत्र के गढ़गढ़ मेटा से ताड़मेटला जाने वाले रास्ते में लगभग डेढ़ घंटे चली मुठभेड़ में डीआरजी के जवानों ने तीन नक्सलियों को मार गिराया.
मारे गए नक्सलियों में मुचाकी हड़मा, मुचाकी भीमा एवं सोढ़ी देवा शामिल हैं. मुचाकी हड़मा जनमिलिशिया कमांडर था, जिस पर राज्य सरकार ने एक लाख का इनाम रखा था. घटनास्थल से जवानों ने एक इंसास राइफल और तीन भरमार बंदूक भी बरामद किया है.
एम्बुश को किया नकाम
पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा ने बताया कि मुकरम के पास नक्सलियों की मौजूदगी की पुख्ता सूचना पर बुरकापाल कैंप से 100 डीआरजी के जवानों को रवाना किया गया था. जवानों की टुकड़ी सर्चिंग करते हुए लगभग 3:45 बजे मौके पर पहुंची. जवानों के मूवमेंट की भनक लगते ही नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी और मौके से ताड़मेटला की ओर भाग गए. जवानों ने नक्सलियों का पीछा किया ताड़मेटला के जंगलों में नक्सलियों ने जवानों के लिए एंबुश लगाया था. जवान दो टुकड़ों में बांटकर नक्सली एम्बुश तोड़ते हुए उनकी घेराबंदी की.
बड़े नक्सली को गोली लगने की आशंका
मुठभेड़ के बाद जवानों ने घटनास्थल से नक्सलियों के शव के साथ एक इंसास राइफल और तीन भरमार बंदूक बरामद किया है. मारे गए तीनों नक्सली छोटे कैडर के हैं और तीनों भरमार बंदूक लेकर चलते थे. इंसास राइफल की बरामदगी से अंदेशा है कि मुठभेड़ में किसी बड़े नक्सली को भी गोली होगी.