नई दिल्ली : गृह मंत्रालय द्वारा जारी की गई एक एडवाइजरी में कहा गया है कि इन दिनों धड़ल्ले से देश भर में इस्तेमाल किया जा रहा जूम एप, जोकि एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग डिजिटल प्लेटफॉर्म है वह इस्तेमाल के लिए सुरक्षित नहीं है और लोग सावधानी बरते.
हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है जब जूम एप पर सुरक्षा कारणों से सवाल उठे हो. जर्मनी, सिंगापुर और ताइवान जैसे देशों में इस एप को पहले ही प्रतिबंधित किया जा चुका है, लेकिन आज विश्व भर में इसके 20 करोड़ से ज्यादा यूजर हैं और भारत में भी आज करोड़ों की संख्या में लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं.
कोरोना महामारी के कारण देशव्यापी लॉकडाउन के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एप का चलन पहले से कई गुना बढ़ गया है. आज जब ज्यादातर लोग घर से काम करने को मजबूर है ऐसे में इस तरह के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एप्लीकेशन ही उनके लिए एकमात्र विकल्प के रूप में मौजूद है.
कंपनियों और गैर सरकारी संस्थाओं के अलावा देश और विश्व की सबसे बड़ी स्वयं सेवी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी इन दिनों जूम एप का प्रयोग कर ऑनलाइन शाखाओं का संचालन कर रहा है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक लॉक डाउन के दौरान देशभर में संघ के स्वयंसेवक जूम ऐप का इस्तेमाल कर की शाखाएं लगा रहे हैं.
देश की राजधानी दिल्ली में ही इस तरह की लगभग 1200 शाखाएं लगाई जा रही है जिसमें 12000 से ज्यादा लोग भाग ले रहे हैं. इतना ही नहीं संघ के अलग-अलग इकाइयों द्वारा आयोजित शिविर और प्रतियोगिताएं भी ऑनलाइन ही आयोजित की जा रही है. ऐसे में सवाल उठने लाजमी है स्वदेशी का पक्षधर रहा संघ भी आज चीन में विकसित तकनीक को इस्तेमाल करने पर कैसे तैयार हो गया?