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बजट 2020 : स्टार्ट अप्स को फायदा देने के लिए डिजिटल प्लेटफार्म पर जोर - startups in modi government

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के आम बजट में स्टार्ट अप्स को बड़ा शेयर दिया जा सकता है. ये बजट उस समय आ रहा है, जब देश मंदी के दौर से गुजर रहा है. ऐसे में जानें कि बजट में स्टार्ट अप्स को लेकर क्या है खास

startup in budget
बजट में स्टार्ट अप

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Published : Feb 1, 2020, 10:58 AM IST

Updated : Feb 28, 2020, 6:21 PM IST

नई दिल्ली:वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संसद में बजट पेश किया. मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के इस पहले पूर्ण बजट में हर क्षेत्र को कुछ न कुछ देने की कोशिश की है. आइए जानते हैं कि इस बजट में स्टार्ट अप्सक्षेत्र के लिए क्या खास है.

बजट 2020-21 में कौशल विकास के लिए 3 हजार करोड़ रुपये का बजट प्रस्ताव है. वहीं, कारोबार क्षेत्र की बात करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार का मैन्यूफैक्चरिंग पर जोर है. इंवेस्टेमेंट क्लीयर्स सेल बनाया जाएगा. बजट में मोबाइल फोन, सेमी कंडक्टर पैकेजिंग और इलेक्ट्रानिक उपकरणों के विनिर्माणीकरण के लिए भी योजना बनाई गई है.

स्टार्टअप पर बोलतीं वित्त मंत्री.

वित्त मंत्री ने स्टार्टअप्स को फायदा देने के लिए डिजिटल प्लेटफार्म पर जोर देने की बात कही.इसके साथ ही स्टार्ट अप्स के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ एक्सेलेंस की शुरूआत.‌ साथ ही देश में डाटा सेंट्रल पार्क बनाने की भी बात कही.

बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि जीएसटी लागू करना सरकार का ऐतिहासिक फैसला था, इस फैसले के कारण इंस्पेक्टर राज का अंत हुआ. साथ ही युवाओं को रोजगार देने की कोशिश करेंगे. हमारा लक्ष्य लोगों की सेवा करना है.

वित्त मंत्री ने प्रौद्योगिकी और युवा वर्ग को इस बजट की पृष्ठभूमि बताते हुए कहा कि सरकार भविष्य में गांव में भी रोजगार देगी. साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य और नौकरी पर हमारा खास फोकस है. वहीं, पशु पालन और मछली पालन पर ध्यान देने की जरुरत है.

देश मे स्टार्ट अप्स शुरू करने का ये बेहतर समय है. दुनिया में हो रहे तेजी से बदलाव को देखते हुए आज सब कुछ ऑनलाइन हो रहा है. स्टार्ट अप्स से न केवल एक कंपनी का संचालन होता है, बल्कि कई लोगों को रोजगार मिलता है. इसके साथ ही स्टार्ट अप प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए कर में रिहायत देने की भी बात कही गई.

दरअसल, बजट सत्र की शुरुआत से पहले राष्ट्रपति कोविंद ने अपने अभिभाषण में सरकार की प्राथमिकताएं बताईं थीं. उन्होंने कहा था कि सरकार की प्राथमिकता ज्ञान आधारित युवा नेतृत्व तैयार करना है. जिससे अनुसंधान, नवोन्मेष, स्टार्ट अप जैसे क्षेत्रों में नीतिगत निर्णयों का निरंतर लाभ युवा शक्ति को मिलता रहे.

कोविंद ने अपने अभिभाषण में कहा, '21वीं सदी को ज्ञान की सदी कहा जाता है और सरकार की प्राथमिकता इस क्षेत्र में युवा नेतृत्व तैयार करना है. इस दशक में अनुसंधान, नवोन्मेष, इंक्यूबेशन और स्टार्ट अप्स के क्षेत्र का नेतृत्व हमारे देश के युवा ही करेंगे.' उन्होंने कहा, 'इस दिशा में सरकार द्वारा लिए गए नीतिगत निर्णयों का लाभ युवा शक्ति को निरंतर मिल रहा है.'

राष्ट्रपति ने कहा, 'मुझे आप सबको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि देश के इतिहास में पहली बार उच्च शिक्षा में छात्रों के मुकाबले छात्राओं ने ज्यादा संख्या में दाखिला लिया है.'

राष्ट्रपति ने कहा कि आज दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट अप्स इकोसिस्टम भारत में है . स्टार्ट अप इंडिया अभियान के तहत देश में 27 हज़ार नए स्टार्ट अप्स को मान्यता दी जा चुकी है. पिछले पांच वर्षों में देश में प्रदान किए गए पेटेंट की संख्या 4 गुना हो गई है और ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन में 5 गुना वृद्धि दर्ज की गई है.

Last Updated : Feb 28, 2020, 6:21 PM IST

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