हैदराबाद (डेस्क) : भारत ने पाक के बालाकोट में गत 26 फरवरी को एयर स्ट्राइक की थी. इसमें आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को निशाना बनाया गया था.
बालाकोट में की गई कार्रवाई पर इटली की पत्रकार फ्रेंसेसा मैरिनो (Francesca Marino) ने स्थानीय सूत्रों के हवाले से लिखा है कि 'आर्मी कैंप के अस्पताल में अभी भी तकरीबन 45 लोगों का इलाज चल रहा है. इलाज के दौरान 20 लोगों की मौत हो चुकी है.'
बालाकोट एयर स्ट्राइक पर प्रकाशित रिपोर्ट का अंश मैरिनो ने लिखा है कि 'इलाज के बाद जो लोग स्वस्थ हो गए हैं उन्हें पाकिस्तान आर्मी ने अपनी कस्टडी में रखा है और उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज नहीं किया गया है.'
बकौल मैरिनो उन्होंने कई हफ्तों में छानबीन कर अपने सूत्रों से कई अहम जानकारियां जुटाई हैं.
मैरिनो ने लिखा है कि उन्हें मिली जानकारी के मुताबिक कहा जा सकता है कि 'हमले में जैश-ए-मोहम्मद के कई कैडर मारे गए हैं. मृतकों की संख्या 130-170 तक हो सकती है. इसमें वे लोग भी हैं जिनकी मौत इलाज के दौरान हुई है.'
बालाकोट एयर स्ट्राइक पर प्रकाशित रिपोर्ट का अंश मैरिनो ने लिखा है 'जो कैडर (आतंकी) मारे गए उनमें 11 ट्रेनर भी हैं. मृतकों में कुछ बम बनाने और हथियार चलाने की ट्रेनिंग देने वाले भी लोग हैं.'
आतंकियों ने दिया मुआवजा !
बकौल मैरिनो मारे गए आतंकियों की जानकारी गुप्त रखने के पूरे प्रयास किए गए. मैरिनो ने लिखा 'जिन परिवारों के लोग इस हमले में मारे गए, उनकी ओर से कोई जानकारी बाहर लीक न हो, इसके लिए भी जैश-ए-मोहम्मद ने पूरे बंदोबस्त किए. मृतकों के घर जाकर जैश के आतंकियों ने मुआवजा तक दिया.'
गत 26 फरवरी को की कार्रवाई का जिक्र करते हुए मैरिनो ने लिखा 'भारतीय वायु सेना ने तड़के साढ़े तीन बजे हमला किया. मेरी सूचना के मुताबिक, शिंकयारी आर्मी कैंप से सेना की एक टुकड़ी घटनास्थल पर पहुंची.'
बालाकोट एयर स्ट्राइक पर प्रकाशित रिपोर्ट का अंश बता दें कि एयर स्ट्राइक के बाद भारत के नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (NTRO) ने एक रिपोर्ट में कहा था कि एयर स्ट्राइक के समय बालाकोट में लगभग 300 मोबाइल नेटवर्क सक्रिय थे.
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हाल ही में संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा समिति (UNSC) में जैश-ए-मोहम्मद सरगना अजहर मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित किया गया है.
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मसूद के बीमार होने और एक सैन्य अस्पताल में इलाज कराने की खबरें भी सामने आई हैं. पाक मीडिया में खुद पाक के विदेश मंत्री ने मसूद के बीमार होने की बात कहते सुने जा चुके हैं.
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बता दें कि भारतीय वायुसेना ने खुफिया सूचना के आधार एक अ-सैन्य कार्रवाई (non-military) को अंजाम दिया था.
इस कार्रवाई के अगले ही दिन पाकिस्तान ने भारतीय वायुसीमा का उल्लंघन कर कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया था. जवाबी कार्रवाई के दौरान भारतीय पायलट अभिनंदन वर्थमान पाक अधिकृत कश्मीर (POK) में जा गिरे थे. इसके बाद पाक ने लगभग 60 घंटों तक बंधक बना कर रखा था.
बाद में कमांडर अभिनंदन को पाक ने भारी अंतरराष्ट्रीय दबाव में में रिहा कर दिया था. गौरतलब है कि इस घटना के बाद से भारत-पाक के संबंधों में तनाव व्याप्त है.
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इससे पहले गत 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) के काफिले पर आत्मघाती आतंकी हमला किया गया था. इस हमले में 40 जवान शहीद हुए थे. आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी.
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मीडिया में बालाकोट एयर स्ट्राइक को 'पुलवामा हमले का बदला' जैसी सुर्खियां मिली थी. संयुक्त राष्ट्र में भी इसकी कड़ी निंदा की गई थी.
NOTE: पत्रकार फ्रेंसेसा मैरिनो (Francesca Marino) ने ये रिपोर्ट वेबसाइट http://www.stringerasia.it पर लिखी है.
इटली की वेबसाइट पर लिखा गया लेख