बीदर : देश में कोरोना वायरस के कारण पिछले पांच महीनों से स्कूल बंद हैं. जिसके कारण शिक्षा व्यवस्था ठप हो गई है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या के कारण ऑनलाइन पढ़ाई नहीं हो पा रही है. ऑनलाइन पढ़ाई करने वाले छात्र और शिक्षकों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जिसे दूर करने के लिए कर्नाटक सरकार को सफलता मिली है. इससे निजात पाने के लिए राज्य सरकार ने वैकल्पिक माध्यम खोज निकाला है. राज्य में बच्चों को कोविड-19 महामारी से बचाते हुए किराएदार शिक्षा प्रणाली (टेनेमेंट स्कूलिंग सिस्टम) अपनाई जा रही है.
कर्नाटक के बीदर जिले में बच्चों के कल्याण और उनके अध्ययन के लिए किराएदार शिक्षा प्रणाली (टेनेमेंट स्कूलिंग सिस्टम) अपनाई जा रही है. जिले के कई हिस्सों में शिक्षक बच्चों को महामारी से बचाते हुए किराएदार शिक्षा प्रणाली का उपयोग कर रहे हैं.
जानिए क्या होता है टेनेमेंट स्कूलिंग
टेनेमेंट स्कूलिंग सिस्टम में बच्चों को खुले स्थान पर डिस्टेंस मेंटेन कर पढ़ाया जाता है. इसके लिए सरकारी स्कूलों, घरों, मंदिरों, मस्जिदों और अन्य उपलब्ध स्थानों पर पुस्तकालयों का उपयोग करके क्लॉसेस ली जाती है.
इस दौरान छात्रों को सोशल डिस्टेंस मेंटेन करना, मास्क लगाना, सैनिटाइजर का उपयोग करना अनिवार्य है. इसमें एक शिक्षक को केवल 25 छात्रों को पढ़ाने की अनुमति है. इसका उद्देश्य बच्चों को सीखना है. जिले के बीदर में शिक्षकों के प्रयासों से अब तक 1,13,000 से अधिक छात्रों को फायदा मिला है.