हैदराबाद : आंध्र प्रदेश के अनंतपुर के रहने वाले एक इंजीनियर ने अद्भुत और ऐतिहासिक संरचनाओं का निर्माण किया है. इन कलाकृतियों की खासियत इसका रॉ-मटेरियल है. यह कलाकृतियां केवल अपशिष्ट पदार्थों से बनाई गई हैं.
इन कलाकृतियों को बनाने वाले आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले के श्रीनिवासुलु बेंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं. अपनी सॉफ्टवेयर जॉब में व्यस्त होने के बाद भी उन्हें कई तरह की सूक्ष्म और आकर्षक कलाकृतियां तैयार करने का समय मिल जाता है.
श्रीनिवासुलु बताते हैं कि उनके पिता की रेशम कपड़े की दुकान है. वह अक्सर वहां जाते थे. श्रीनिवासुलु दुकान में रेशम की साड़ियां, असंख्य प्रकार के डिजाइन और कलाओं से आकर्षित हुए. उन्हें बचपन में भी स्कूलों में अपशिष्ट पदार्थों से कलाकृति बनाने में रुचि थी. उन्हेंने चाक के टुकड़ों से भी कई प्रकार की दिलचस्प रचनाएं बनाई हैं.
रिफिल से तैयार अद्भुत कलाकृतियां. इंटरमीडिएट के बाद वे आर्किटेक्चर इंजीनियरिंग में डिग्री करना चाहते थे, लेकिन माता-पिता के दबाव के कारण उन्हें कप्यूटर साइंस में पड़ाई करनी पड़ी. इसके बाद उनकी यह रुचि बढ़ती गई. वह बताते हैं कि धीरे-धीरे उन्होंने अपने कौशल को निखारा और पेनों की रिफिल से कलाकृतियों का निर्माण करना शुरू कर दिया.
दृढ़ संकल्प के साथ, उन्होंने अपने काम को आगे बढ़ाने के लिए दोस्तों से रिफिल इकट्ठा करने का फैसला किया. इस प्रक्रिया में उन्होंने कलाकृतियों की एक विस्तृत सरगम तैयार की. अपनी कला से उन्होंने चारमीनार, एफिल टॉवर, लंदन के बिगबेन क्लॉक के साथ ही अन्य चीजों का निर्माण किया.
श्रीनिवासुलु बताते हैं कि इस काम में बहुत सी रिफिल की जरूरत होती थी जब उनके पास स्टॉक खत्म हो जाता तब वह खुद कॉलेज में जाकर रिफिल इकट्ठा करते थे. बेंगलुरु में उनकी इस कला करो काफी सराहा जा रहा है.
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उन्होंने 8500 रिफिल से अमृतसर का स्वर्ण मंदिर, ऐतिहासिक चारमीनर और 10 अद्भुत छोटी कलाकृति तैयार की है. इसके अलावा वह कुचीपुड़ी, भरत नाट्यम और यक्षगानम जैसे नृत्य सीखे. उन्हें उनकी इस खास कला के लिए राष्ट्रीय स्तर से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक कई पुरस्कार मिले हैं.
यह पुरस्कार इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, यूनिक वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, रिकॉर्ड्स की एक अंतरराष्ट्रीय बुक, आरएचआर वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (यूके), यूआरएफ ग्लोबल अवार्ड, मानवीय उत्कृष्टता पुरस्कार, राष्ट्रीय गौरव, डॉ बीआर अंबेडकर सेवा पुरस्कार, राष्ट्रीय युवा आइकन पुरस्कार मिला कर कुल 2919 पुरस्कार मिले हैं.