हैदराबाद : तेलंगाना में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच राहत की खबर सामने आई है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने कहा कि सात अप्रैल के बाद कोई कोरोना रोगी नहीं होगा. हालांकि इसके लिए जरूरी है कि अब और नए रोगी न मिलें. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की अवधि में आत्म नियंत्रण बहुत जरूरी है.
राव ने कहा कि राज्य में 70 कोरोना वायरस पॉजिटिव मामले सामने आए हैं, जबकि 11 को ठीक किया गया है, जिन्हें सोमवार को छुट्टी दे दी जाएगी.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, भारत में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 1024 तक पहुंच गई, जबकि मृतकों का आंकड़ा 27 तक पहुंच गया.
बता दें कि राव संवाददाता सम्मेलन में पहुंचे थे, जहां उन्होंने कहा कि सभी आवश्यक निदान किए गए हैं और औपचारिकताएं पूरी करते ही रोगियों को छुट्टी दी जाएगी. इसके अलावा 58 लोगों का इलाज चल रहा है.
उन्होंने कहा कि 25,937 लोग जो अन्य देशों से आए थे, सरकार की निगरानी में हैं. इन लोगों के आइसोलेशन की अवधि सात अप्रैल तक पूरी हो जाएगी.
राव ने कहा कि यदि अभी से कोई नया मामला दर्ज नहीं होगा तो सात अप्रैल के बाद कोई कोरोना वायरस रोगी नहीं होगा. इसके अलावा लॉकडाउन की अवधि तक आत्म नियंत्रण बहुत जरूरी है.
किसानों के बारे में बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी तरह के अनाज की खरीदारी गांवों से ही होगी. वहीं बाजार के लिए 3,200 करोड़ रुपये की गारंटी की बात भी उन्होंने कही.
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उन्होंने कहा कि फसल को तय तिथि के हिसाब से ही लाया जाना चाहिए. यदि हम अनुशासन बनाए रखते हैं, तो कोरोना वायरस के प्रसार को नियंत्रित कर सकते हैं.
राव ने कहा कि किसानों को अपनी फसल देने के समय पासबुक लेनी है. मैं देख रहा हूं कि ग्रामीण अपने गांव की सीमाओं पर बाड़ लगा रहे हैं. यह वाकई में प्रशंसनीय है कि वे अपने गांव की देखभाल कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें पता होना चाहिए कि उन्हें किसे अनुमति देना है और किसे नहीं. उन्होंने कहा कि अगर वह साबुन और पानी की व्यवस्था करें तो बेहतर है, ताकि बाहर का व्यक्ति खुद को साफ कर सके और गांव में प्रवेश कर सके. फल खरीदने के लिए पूरे राज्य में पांच सौ केंद्रों की व्यवस्था की जा रही है.
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के लिए डॉक्टर, नर्स, मेडिकल स्नातक एक पूल बनाएंगे. किसी भी समय राज्य की सेवा करने के लिए उनका स्वागत है. इसके अलावा जो कोई भी झूठी जानकारी फैला रहा है, उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी. उनके लिए कोई दया नहीं. सरकार इसकी निगरानी कर रही है.'