पिथौरागढ़:विश्व के सबसे बड़े सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन 'डेयर डेविल' की सफलता का राज कुछ और नहीं बल्कि एक छोटा सा 'टेडी डक' है. नंदा देवी ईस्ट अभियान के दौरान जान गंवाने वाले विदेशी पर्वतारोहियों के समान के साथ एक टेडी डक भी मिला है. 17,000 फीट से अधिक ऊंचाई पर जब ऑपरेशन टीम के लीडर रतन सिंह सोनाल ने इस टेडी डक को खोजा तो सभी जवानों भावुक हो गए. इसके बाद टीम लीडर ने तय किया कि इस ऑपरेशन को पूरा करना है.
रतन सिंह ने बताया कि टेडी डक ने कैसे जगाया जोश
टीम लीडर रतन सिंह सोनल ने कहा कि एक बहुत ही भावनातमक जुड़ाव है इस खिलौने के साथ. जब मैं शव की तलाश करने निकला था तो उससे पहले कुछ फोटों मिले थे, जिसमें कुछ सामान दिखाई दे रहे थे. इससे लोगों को लगा कि ये शव होंगे, लेकिन असल में शव नहीं थे. उसका कारण है कि इतनी ऊंचाई (3000 फीट) से नीचे गिरने के बाद हल्का सामान ऊपर रह जाता है. शव तो इतने भारी थे कि ये एवलॉन्च के नीचे या केरॉसीन में घुसे होंगे.
आगे रतन कहते हैं कि जब हम शवों को ढ़ूड़ रहे थे तो मुझे सबसे पहले एक छोटा सा गुड्डा मिला, जिसे देख मेरा दिल पसीझ गया और ख्याल आया कि ये कितना भावनातमक जुड़ाव था. वे अपने लोगों के करीब थे. ऐसे में मैंने अपने साथियों को बुलाया और बताया कि मुझे टेड्डी मिला है, जिसके बाद सभी भावुक थे.