चेन्नई : तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने 10वीं की बोर्ड परीक्षा रद कर दी है. उन्होंने कहा कि छात्रों को तिमाही, अर्धवार्षिक परीक्षा और स्कूल में उपस्थिति के आधार पर आगे की कक्षा में प्रमोट किया जाएगा. इसके अलावा कक्षा 11 के उन विषयों की परीक्षा जो पहले नहीं हो पाई थी, उन्हें भी रद कर दिया गया है.
उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोनो वायरस के मामलों की संख्या अधिक होने के कारण परीक्षा करवाने की स्थिति नहीं है. वहीं 12वीं कक्षा की परीक्षा पर आने वाले समय में फैसला लिया जाएगा.
राज्य सरकार ने मद्रास उच्च न्यायालय की आलोचना के बाद यह फैसला लिया है. मद्रास उच्च न्यायालय ने कहा था कि 'हम राज्य के नौ लाख से अधिक छात्रों के जीवन को दांव पर लगाने की अनुमति नहीं दे सकते हैं. यह लॉकडाउन के दौरान शराब दुकानें खोलने जैसा नहीं है.'
मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्रों को अगली कक्षा में प्रवेश के लिए अस्सी प्रतिशत अंक त्रैमासिक और अर्धवार्षिक परीक्षा में प्रदर्शन के आधार पर दिए जाएंगे और 20 प्रतिशत अंक कक्षा में उपस्थिति के आधार पर प्रदान किए जाएंगे.
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इससे एक दिन पहले मद्रास उच्च न्यायालय ने कहा था कि नौ लाख छात्रों का जीवन दांव पर नहीं लगाया जा सकता. दरअसल, कोविड-19 के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए अदालत ने सरकार से परीक्षा टालने के संबंध में जवाब मांगा था.