रायपुर : छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू का कहना है कि बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. बता दें कि पात्रा के खिलाफ पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और राजीव गांधी पर टिप्पणी करने के आरोप में रायपुर के सिविल लाइंस थाने में केस दर्ज कराया गया था. संबित पात्रा को इस मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस ने कई बार नोटिस देकर बुलाया, हालांकि वह उपस्थित नहीं हुए.
अब इस बार फिर नोटिस देकर आठ जून को संबित पात्रा को बयान के लिए बुलाया गया है. इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ताम्रध्वज साहू ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए और बोलने में संयम रखना चाहिए. अपने ही दल के नेता को सर्वोपरि नहीं मानना चाहिए. गृहमंत्री ने कहा कि संदीप पात्रा ने आपत्तिजनक टिप्पणी की है, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू का बयान बता दें कि पात्रा ने सिख दंगों के मामले में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और राजीव गांधी को लेकर ट्वीट किया था. जिसके खिलाफ कांग्रेस के नेताओं ने रायपुर के सिविल लाइन थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. इसके बाद रायपुर पुलिस ने उन्हें दो बार 20 मई और दो जून को उपस्थित होने के लिए नोटिस जारी किया था, लेकिन वह बयान देने के लिए थाने में उपस्थित नहीं हुए. अब तीसरी बार रायपुर पुलिस ने संबित पात्रा को नोटिस जारी करते हुए 8 जून को उपस्थित होने का आदेश दिया है.
इसके साथ ही छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने दो जून को संबित पात्रा के बयान के लिए नहीं पहुंचने पर ट्वीट किया है.
पात्रा ने सोशल मीडिया पर लिखा ,'डियर छत्तीसगढ़ पुलिस, क्या यह है आपकी डेमोक्रेसी की परिभाषा? ये है दोस्तों छत्तीसगढ़ सरकार के लोकतंत्र के पिलर्स. डीजी साहब रूलिंग पार्टी के ऑफिशियल टि्वटर हैंडल से ये ट्वीट होता है. मैं जानना चाहता हूं पुलिस डीजी साहब क्या ये ट्वीट आपकी सहमति से हुआ है?'
पात्रा के इस ट्वीट का छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने जवाब देते हुए सोशल साइट पर लिखा कि मिस्टर पात्रा, 'छत्तीसगढ़ पुलिस किसी भी आरोपी को ट्विटर पर जवाब नहीं देती. आप को नोटिस जारी हुआ है. 20 तारीख को सीधा सिविल लाइन थाने में सुबह 11:00 बजे सिलाई मशीन के बिना पहुंचें. ट्रेन-फ्लाइट का बहाना मत बनाना. आत्मनिर्भर बनें.'
इन दोनों बयानों को लेकर जब भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि संबित पात्रा को पुलिस ने नोटिस जारी किया है और यह पुलिस और संबित पात्रा के बीच का मामला है. इसमें कांग्रेस पार्टी एजेंट का काम क्यों कर रही है. उन्होंने कहा कि इसके पहले भी पार्टियों द्वारा बयानों में सामान्य और राजनीतिक शब्दों का प्रयोग किया जाता था, लेकिन लगता है कि कांग्रेस में उनके नेताओं के लिए इसी तरह की भाषा का इस्तेमाल किया जाता है. यही वजह है कि कांग्रेस अब शब्दों की मर्यादा तोड़ रही है.
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