नई दिल्ली : महाराष्ट्र के राज्यपाल से मिलने के बाद आदित्य ठाकरे ने बताया कि रविवारशाम हमें राज्यपाल का पत्र मिला. आज हमने राज्यपाल से कहा कि हम सरकार बनाना चाहते हैं. एनसीपी और कांग्रेस से भी सैद्धांतिक समर्थन मिला है. पत्र नहीं मिला है. राजभवन से भी एक पत्र जारी किया गया है.
इसी बीच राजभवन से भी एक बयान जारी किया गया है. इसमें कहा गया है, 'शिवसेना के प्रतिनिधिमंडल ने गवर्नर से मुलाकात की और सरकार बनाने की इच्छा व्यक्त की. हालांकि, वे अपेक्षित समर्थन पत्र प्रस्तुत नहीं कर सके. उन्होंने समर्थन पत्र प्रस्तुत करने के लिए 3-दिवसीय विस्तार का अनुरोध किया. आगे विस्तार देने में असमर्थता व्यक्त की.
आदित्य ने कहा कि राज्यपाल ने शिवसेना को दो दिन अतिरिक्त समय देने से इनकार किया है. आदित्य ठाकरे ने कहा है कि हमारा दावा खारिज नहीं हुआ है, हम विकल्पों पर विचार करेंगे.
आदित्य ने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी के साथ बातचीत हो रही है, विधायकों के साथ भी संपर्क बना हुआ है. हम दूसरी सबसे बड़ी पार्टी हैं, और हमने प्रक्रियाओं को पूरा करने के लिए 48 घंटों का समय मांगा है.
इसके अलावा महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया कि कांग्रेस ने प्रेस नोट जारी कर दिया है. हमने कहा है कि कांग्रेस वर्किंग कमिटी के सदस्यों के अलावा पीसीसी और एआईसीसी के अध्यक्षों ने शरद पवार से बात की है. उन्होंने कहा कि मंगलवार को एक बार फिर शरद पवार से बात की जाएगी. इसके अलावा कोई अन्य प्रगति नहीं हुई है.
इससे पहले शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से फोन बात की है. सूत्रों ने ऐसा दावा किया. सूत्रों का कहना है कि दोनों के बीच महाराष्ट्र में सरकार गठन की संभावनाओं पर बात की गई.
एकनाथ शिंदे, आदित्य ठाकरे समेत शिवसेना के कुछ अन्य नेता मातोश्री से राजभवन के लिए निकल गए हैं. सूत्रों का कहना है कि एनडीए से बाहर आने के बाद शिवसेना कांग्रेस और एनसीपी के समर्थन से महाराष्ट्र में सरकार बनाएगी.
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस ने शिवसेना को सरकार गठन के लिए समर्थन देने की बात कही है. सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस शिवसेना की सरकार का बाहर से समर्थन करेगी.
हालांकि, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने समर्थन का पत्र दिए जाने से इनकार किया है. उन्होंने कहा है कि अभी कोई फैसला नहीं हुआ है.