नई दिल्ली. चुनावी मौसम में जम्मू-कश्मीर राजनीतिक विमर्श के केंद्र में है. इसी विषय पर शिवसेना ने प्रधानमंत्री मोदी को नसीहत दी थी कि अगर बीजेपी सत्ता में आती है तो वह राज्य में किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन ना करें. इस पर राजनीतिक विश्लेषक और कार्यकर्ता सुशील पंडित ने अपनी बात रखी.
सुशील पंडित ने कश्मीर मसले पर अपनी बात रखी.
सुशील पंडित ने शिवसेना के तर्क को सही ठहराया है. उन्होंने कहा कि कश्मीरी पार्टियां यह सुनिश्चित कर रही है कि बीजेपी को राज्य में पराजित किया जाए. सुशील पंडित ने एनसी के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला और
पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती पर निशाना साधते हुए कहा कि ये दो पार्टियां जम्मू और उधमपुर सीट पर अपने उम्मीदवारों को नहीं उतार रही है. वह चाहती है कि यहां हिंदू वोट को विभाजित किया जाए.
सुशील पंडित ने कहा कि कश्मीर की राजनीतिक पार्टियां बीजेपी को हराना चाहती है. सुशील पंडित ने अनुच्छेद 370 और 35(ए) पर कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कांग्रेस को पूर्व पीएम पंडित जवाहरलाल नेहरू के वादों की याद दिलाई.
साथ ही सुशील पंडित ने संविधान में जम्मू-कश्मीर को दिए गए विशेष दर्जे को निरस्त करने के बीजेपी के इरादे पर भी सवाल उठाया. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि बीजेपी पिछले पांच वर्षों में, भारी बहुमत के बावजूद भी जम्मू-कश्मीर को दिए गए विशेष दर्जे को निरस्त करने में विफल रही.