नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी ने गृहमंत्री अमित शाह पर पलटवार करते हुए उनसे पूछा है कि भाजपा नेहरू-गांधी के प्रति इतनी घृणा से क्यों भरी है?
पार्टी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने अमित शाह के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए सवाल पूछा है कि विधायकों की खरीद-फरोख्त, बड़े पैमाने पर दल-बदल और संस्थानों पर नियंत्रण स्थापित करने जैसी घटनाएं ही भाजपा की एकमात्र विरासत दिखाती हैं?
अमित शाह की टिप्पणी पर सुरजेवाला का पलटवार सुरजेवाला ने ट्विटर पर लिखा कि भारत की सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा को जवाब देने की आवश्यकता है कि क्यों उसके शासन को केवल 2 लोगों की सरकार के रूप में वर्णित किया गया है और अन्य सभी लोग हासिए पर धकेल दिए गए हैं? खरीद-फरोख्त, बड़े पैमाने पर दल-बदल और संस्थानों पर नियंत्रण स्थापित करने जैसी घटनाएं ही भाजपा की एकमात्र विरासत दिखाती हैं? भाजपा में नेहरू-गांधी के प्रति इतनी घृणा क्यों है?
सुरजेवाला ने एक अन्य ट्वीट में भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेताओं की सूची जारी की और सवाल किया कि इन्हें क्यों दरकिनार कर अपमानित किया गया और इनके पदों पर कब्जा किया गया. उन्होंने सूची में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, केशुभाई पटेल, कलराज मिश्र,सुषमा स्वराज, हरेन पंड्या और संजय जोशी का जिक्र किया है.
सुरजेवाला ने अमित शाह को आडवाणी की याद दिलाई इससे पहले कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की हालिया बैठक का जिक्र करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया था कि बैठक के दौरान, वरिष्ठ सदस्यों और छोटे सदस्यों ने कुछ मुद्दों को उठाया. लेकिन, उन्हें चुप कराने के लिए उनके ऊपर चिल्लाया गया. पार्टी के एक प्रवक्ता को बिना सोचे समझे बर्खास्त कर दिया गया. दुखद सच्चाई यह है कि कांग्रेस में नेता घुटन महसूस कर रहे हैं.
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वहीं, आपातकाल को लेकर अमित शाह ने शाह ने कहा, '45 साल पहले आज के ही दिन सत्ता को लेकर एक परिवार के लालच ने आपातकाल लागू कर दिया.' उन्होंने कहा कि रातों रात राष्ट्र को जेल में बदल दिया गया. प्रेस, अदालतें, मुफ्त भाषण ... सब खत्म हो गए. गरीबों और दलितों पर अत्याचार किए गए.
उन्होंने कहा कि भारत के विपक्षी दलों में से एक के रूप में, कांग्रेस को खुद से पूछने की जरूरत है. आपातकाल की मानसिकता क्यों बाकी है? कांग्रेस में नेता क्यों निराश हो रहे हैं? शाह ने कहा कि आत्ममंथन न करने पर लोगों के साथ कांग्रेस पार्टी का संबंध और भी कम होता जाएगा.