नई दिल्ली:आगामी 26 जुलाई को कारगिल दिवस है. सारा विश्व जानता है कि कारगिल युद्ध में भारतीय सेना ने पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी थी. कारगिल दिवस महज एक जीत का दिन ही नहीं है बल्कि ये दिन उन बहादुर और जांबाज सैनिकों को याद करने का भी दिन है जिन्होंने भारत देश की ना सिर्फ रक्षा की बल्कि दुशमनों को भी खदेड़ा. कारगिल युद्ध में अपने शौर्य का परिचय देने वाले आज एक ऐसे ही पूर्व सैनिक से ईटीवी भारत की टीम ने बात की.
1999 में मोर्चे पर थे मौजूद
सुल्तान चौधरी नाम के पूर्व सैनिक जो पुरानी दिल्ली में रहते हैं. इन्होंने भारतीय सेना में लगभग 12 साल तक अपने सेवाएं प्रदान की हैं. 1999 में जब कारगिल युद्ध छिड़ा तो सुल्तान चौधरी मोर्चे पर डटकर दुश्मनों का सामना कर रहे थे.
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वहीं युद्ध के दौरान गोलियां लगने के कारण सुल्तान चौधरी को VRS लेना पड़ा. ईटीवी भारत की टीम से बात करते हुए पूर्व सैनिक सुल्तान चौधरी ने पाकिस्तानी सेना की घुसपैठ और भारतीय सेना की कार्रवाई सहित कई अहम जानकारियां साझा कीं.