हैदराबाद : शोधकर्ताओं ने एक परीक्षण में ऐसी दवा की खोज की है, जो मरीज को संक्रमित करने के लिए कोशिकीय सार्स-कोव -2 को प्रभावी ढंग से अवरुद्ध करती है. शोधकर्ताओं का मानना है कि यह दवा कोरोना वायरस के लिए एक संभावित उपचार प्रदान कर सकती है.
फिलहाल शोधकर्ता इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या एंटी डिप्रेसेंट दवा फ्लूवोक्सामाइन, जो वर्तमान में ओब्सेसिव कम्पल्सिव डिसऑर्डर (ओसीडी) के रोगियों के इलाज के लिए उपयोग की जाती है, कोविड-19 के उपचार के लिए उपयोग की जा सकती है.
अब तक हुए शोध से पता चला है कि कोरोना वायरस उन लोगों के लिए घातक साबित हुआ, जिनके पास कमजोर प्रतिरक्षा शक्ति है. साथ ही, बीमारी उन लोगों के लिए अधिक घातक है, जिनकी आयु 60 वर्ष से अधिक है.
वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं के अनुसार फ्लूवोक्सामाइन चयनात्मक सेरोटोनिन-रीपटेक इनहिबिटर (एसएसआरआई) नामक दवाओं की श्रेणी में है.
एमडी, वालेस और ल्यूसील रेनार्ड प्रोफेसर ऑफ साइकियाट्री और स्टूडेंट्स प्रिंसिपल इंवेस्टिगेटर एरिक जे लेनजे ने कहा, 'कोविड-19 के इलाज के लिए एक साइकियाट्रिक ड्रग का इस्तेमाल करने से काउंटर टाइनेटिव लग सकता है, लेकिन यह मलेरिया की दवा का इस्तेमाल करने से ज्यादा काउंटर टाइनेटिव नहीं है.'