पटना : शिक्षक समाज का आईना होता है. अगर किसी शिक्षक के स्कूल से अलग होने पर उसके विद्यार्थी फूट-फूट करे रोने लगें तो समझिए कि उसने वाकई अपने कर्तव्यों का निर्वहन बेहतर तरीके से किया है. ऐसा ही एक वाकया बिहार के नवादा से सामने आया है, जहां एक स्कूल में प्रधानाध्यापक की विदाई के समय स्कूल के छात्र-छात्राएं फूट-फूटकर रोते दिख रहे हैं.
जी हां, नवादा के रोह प्रखंड के उच्च माध्यमिक विद्यालय ओहारी के प्रभारी प्रधानाध्यापक यमुना प्रसाद 29 फरवरी को सेवानिवृत्त हो गए. उनके स्कूल से अलग होते समय विदाई समारोह का आयोजन किया गया. छात्राओं ने अपने मार्गदर्शक को स्कूल से विदा करते समय विदाई गीत प्रस्तुत की. इस दौरान स्कूल के छात्रों के साथ-साथ सभी शिक्षक व अन्य कर्मचारियों की आंखें भर आईं.
ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट प्रधानाध्यापक के प्रति असीम लगाव
शिक्षक की विदाई का एक विडियो सामने आया है. इसमें छात्रों का अपने प्रधानाध्यापक के प्रति लगाव देखा जा सकता है. इस दौरान स्कूल के छात्र और शिक्षक प्रधानाचार्य यमुना प्रसाद के किए गए कामों को याद किया गया. छात्राओं ने बताया कि स्कूल में पठन-पाठन और सुविधाओं को बेहतर बनाने में उनके प्रधानाध्यापक का बहुत बड़ा योगदान था.
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स्वयं के पैसों से किया था स्कूल का विकास
यमुना प्रसाद छुट्टियों के समय भी छात्रों को पढ़ाते थे और उनके हर एक जरूरत में उनके साथ खड़े होते थे. यही वजह है कि बच्चे अपने इस गुरु के प्रति काफी स्नेह रखते थे. शिक्षकों ने प्रधानाचार्य की कर्मठता को याद करते हुए बताया कि उन्होंने अपने वेतन के पैसे से स्कूल के जर्जर भवन को बच्चों के लिये पढ़ने लायक बनाया.