नई दिल्ली: तमिलनाडु की एक बेटी ने देश में एक ऐसा मिसाल पेश किया है कि हर कोई उसके जिद की तारीफ कर रहा है. देश के हरेक हिस्सों में उसकी जिद को हर कोई सेल्यूट कर रहा है. जी हां, हम बात कर रहे हैं 'टॉयलेट गर्ल' हनीफा की जिसकी कहानी सुन हर कोई हैरान है.
पापा वादे से मुकरे तो पहुंच गई थाने
जानकारी के मुताबिक हनीफा जब महज 6 साल की थी और कक्षा एक में पढ़ती थी तो उस समय उसने अपने पापा से घर में टॉयलेट बनवाने के लिए कहा. आर्थिक तंगी होने के चलते मासूम बच्ची हनीफा के पिता ने घर में टॉयलेट नहीं बनवाया. बच्ची टॉयलेट बनवाने के लिए जिद कर ली तो हनीफा के पिता ने उससे कहा तुम मेहनत करके अपने स्कूल में अव्वल स्थान लाआो तो घर में टॉयलेट बनवा दूंगा. इसके बाद हनीफा ने 2 साल तक लगातार मेहनत करके पढ़ाई की और उसके बाद हनीफा ने अपने स्कूल में टॉप किया. उसके बाद उसने पापा से कहा अब तो आप टॉयलेट बनवा दीजिए. इसके बावजूद भी उसके पापा ने टॉयलेट नहीं बनवाया.
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कई पुरस्कारों से नवाजा गया
जब पापा ने टॉयलेट बनवाने से मना कर दिया तो उसने उसकी कंप्लेंट जाकर थाने में किया और कहा कि मेरे पापा ने मुझे स्कूल में टॉप करने के लिए कहा. मैं अपने स्कूल में टॉप भी कर गई इसके बावजूद भी मेरे पापा मेरे घर में शौचालय नहीं बनवा रहे हैं. हम लोगों के शौच के लिए बाहर जाना पड़ता है जिससे काफी दिक्कतों का हमें सामना करना पड़ता है. जब उनकी बात कमिश्नर तक पहुंची तो कमिश्नर भी हनीफा से मिलने के लिए आए. जब कमिश्नर ने हनीफा से मुलाकात की तो कमिश्नर भी दंग रह गए. आखिर इस बच्ची ने ऐसा क्या सोच लिया कि हर एक घर में टॉयलेट होना बहुत जरूरी है. और इसके बाद सभी आला अधिकारियों ने हनीफा की बातों को सीरियसली लिया और इसके बाद हनीफा प्रसिद्ध हो गई. उसे कई पुरस्कारों से नवाजा भी गया.
इसके बाद सभी आला अधिकारियों ने हनीफा की बातों को सीरियसली लिया. इस घटना के बाद से हनीफा प्रसिद्ध हो गई. उसे कई पुरस्कारों से नवाजा भी गया. हनीफा ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए अपने बारे में हर एक पहलू पर बखूबी से बात की.