अंबाला : हरियाणा में तोपखाना की 80 वर्षीय वृद्धा के अंतिम संस्कार के लिए गांव चंदपुरा पहुंचे प्रशासन के दस्ते को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. घटना सोमवार शाम की है. नगर परिषद द्वारा इस गांव के श्मशान घाट को कोविड-19 केस में होने वाली मौत के बाद अंतिम संस्कार के लिए अपनी निगरानी में लिया है.
जब प्रशासन के लोग महिला का अंतिम संंस्कार कराने पहुंचे, तो गांव में यह अफवाह फैल गई कि महिला की कोरोना से मौत हुई है. इसके बाद ग्रामीणों ने अंतिम संस्कार रोकने के लिए पुलिस, नगर परिषद व स्वास्थ्य विभाग की टीमों पर पथराव शुरू कर दिया. इस दौरान एंबुलेंस के शीशे भी तोड़ दिए.
उग्र भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने दो से तीन हवाई फायर किए. पत्थरबाजी में डीएसपी, एसएचओ सहित करीब एक दर्जन पुलिसकर्मियों को चोटें भी आईं हैं.
इसके बाद गांव का श्मशान घाट पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया. बाद में पुलिस की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार किया गया. पुलिस ने इस संबंध में केस दर्ज किया है. इस दौरान वीडियो व फोटोग्राफी भी पुलिस ने की, जिसके आधार पर पत्थरबाजी करने वालों की पहचान की जाएगी. पुलिस की मानें, तो करीब 50 लोगों की पहचान हो चुकी है, जबकि डेढ़ सौ अन्य लोगों पर कार्रवाई की तैयारी है.
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अंबाला के डीएसपी राम कुमार ने बताया कि जब कोरोना संदिग्ध मृतक का अंतिम संस्कार करने गांव चंदपुरा पहुंचे तो लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए बड़ी संख्या में चंदपुरा गांव के लोग एकत्र हो गए और विरोध करने लगे.
काफी समझाने के बाद भी लोगों ने पुलिस, डॉक्टरों और अन्य स्टाफ पर पत्थरबाजी शुरू कर दी, महिलाएं लाठियों से पुलिस पर टूट पड़ीं. डीएसपी के मुताबिक कोरोना वॉरियर्स पर हमला करने वालों पर सभी कानूनी धाराओं में मामला दर्ज किया गया है, जिनमें से पहचान करके कुछ ग्रामीणों को हिरासत में लिया गया है.