नई दिल्ली : कोरोना वायरस को लेकर भारत की प्रतिक्रिया पूर्व-सक्रिय रही है. डब्ल्यूएचओ के 30 जनवरी को अंतरराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया. लेकिन भारत ने इसके बहुत पहले ही अपनी सीमाओं पर व्यापक प्रतिक्रिया प्रणाली लागू कर दी थी.
भारत सरकार द्वारा अब तक लिए गए फैसले :-
17 जनवरी :चीन यात्रा से बचने के लिए जारी की गई एडवाइजरी.
18 जनवरी :चीन और हांगकांग के यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग शुरू.
30 जनवरी : चीन यात्रा से बचने के लिए मजबूत एडवाइजरी जारी.
3 फरवरी : चीनी नागरिकों के लिए ई-वीजा सुविधा निलंबित.
22 फरवरी :सिंगापुर की यात्रा से बचने के लिए एडवाइजरी जारी की गई. काठमांडू, इंडोनेशिया, वियतनाम और मलेशिया से उड़ानों के लिए यूनिवर्सल स्क्रीनिंग.
26 फरवरी :ईरान, इटली और कोरिया गणराज्य की यात्रा से बचने के लिए एडवाइजरी जारी. इन देशों से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाएगी. स्क्रीनिंग और संदिग्धों के मूल्यांकन के आधार पर उन्हें आइसोलेशन में रखने का आदेश.
3 मार्च :इटली, ईरान, दक्षिण कोरिया, जापान और चीन के लिए सभी वीजा निलंबित किए गए गया. चीन, दक्षिण कोरिया, जापान, ईरान, इटली, हांगकांग, मकाऊ, वियतनाम, मलेशिया, इंडोनेशिया, नेपाल, थाईलैंड, सिंगापुर और ताइवान से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से आने वाले यात्रियों के लिए अनिवार्य स्वास्थ्य जांच के आदेश जारी.
4 मार्च :सभी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों की यूनिवर्सल स्क्रीनिंग. स्क्रीनिंग और संदिग्धों के आधार पर उन्हें होम आइसोलेशन या अस्पताल भेजा गया.
5 मार्च : इटली या कोरिया गणराज्य के यात्रियों को प्रवेश से पहले चिकित्सा प्रमाण पत्र प्राप्त दिखाना अनिवार्य.