श्रीनगर : लॉकडाउन के नियमों में ढील दिए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार से टैक्सी सर्विस शुरू होने जा रही है. जेके कैब सेवा श्रीनगर की सड़कों पर कल से आपकी सेवा में उपलब्ध होगी. ये ओला सर्विस जैसी ही है. ये श्रीनगर युवाओं का एक स्टार्ट अप है. नौजवान व्यवसायिक प्रशासन, लॉजिस्टिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे विषयों में क्वॉलिफाइड हैं और इनका उद्देश्य जम्मू और कश्मीर संघ क्षेत्र (UT) के टैक्सी ड्राइवरों को रोजगार और सहायता प्रदान करना है.
जेके कैब के मालिक फाजिल शौकत ने कहा हमने यूटी में सहायता, विश्वसनीयता, सुरक्षित, सस्ती और कुशल परिवहन सेवा प्रदान करने के साथ-साथ युवाओं के लिए रोजगार पैदा करने के उद्देश्य से 300 कैब मालिकों/ड्राइवरों के साथ हाथ मिलाया है.
फाजिल शौकत श्रीनगर के सनत नगर इलाके के रहने वाले हैं और उन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स किया है.
फाजिल ने बताया कि वे पिछले दो वर्षों से परियोजना पर काम कर रहे थे, लेकिन कुछ वित्तीय बाधाओं के कारण ये सेवा शुरू नहीं हो पा रही थी. आखिरकार सब ठीक हो गया है और शुक्रवार से सेवा शुरू की जाएगी.
फाजिल के लिए सेवा का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति को समाप्त करने के बाद बेरोजगार हुए ड्राइवरों के लिए नौकरी के अवसर प्रदान करने के साथ-साथ मामूली शुल्क पर निवासियों को परेशानी मुक्त परिवहन प्रदान करना है.
उन्होंने कहा कि हम सभी ने देखा है कि कैसे ऑटो-रिक्शावालों का बाजार में एकाधिकार है और ग्राहकों को भारी शुल्क देना पड़ता है. हम दरवाजे पर कैब सेवा प्रदान करते हुए इसे समाप्त करने की योजना बना रहे हैं. हमारे सभी ड्राइवरों को पुलिस सत्यापित किया गया है. ग्राहकों को सुरक्षा के बारे में चिंतित नहीं होना चाहिए.
फाजिल ने बताया कि अनुच्छेद 370 और 35 ए के निरस्तीकरण के बाद घाटी में पर्यटन नहीं होने के कारण कई टैक्सी ऑपरेटर बेरोजगार हो गए हैं. हमने उनके साथ सहयोग किया है. 14 रुपये प्रति किलोमीटर की दर से भुगतान किया जाएगा. फाजिल के अनुसार जेके कैब सेवा ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन भी होगी.
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फाजिल कहते हैं कि आप कभी भी कश्मीर में कुछ प्लान नहीं कर सकते. स्थिति कभी भी बदल सकती है. इसीलिए हम शुरू में कैब सेवा को ऑफलाइन मोड से शुरू कर रहे हैं. आपको बस इतना करना है कि हमारे टोल फ्री नंबर पर कॉल करें और कैब आपके दरवाजे पर पहुंच जाएगी. ड्राइवर आपसे कोई सवाल-जवाब नहीं करेगा आपको जहां जाना है आप बताकर यात्रा कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि अक्टूबर तक मोबाइल एप तैयार हो जाएगा. एप को 2 G की गति से सुचारू रूप से कार्य करने के लिए डिजाइन किया जा रहा है. इसके बाद ग्राहक शहर में कहीं भी सवारी बुक करने के लिए किसी भी मोड का उपयोग कर सकते हैं.