अहमदाबाद : अयोध्या में भव्य मंदिर की नींव के निर्माण के लिए एक विशेष तकनीकी समिति गठित की गई. यह समिति यह सुनिश्चित करेगी कि राम मंदिर की नींव अगले 1000 वर्ष तक टिकी रहे. इसको लेकर यह समिति जरूरी भूवैज्ञानिक दिशानिर्देश जारी करेगी.
समिति के सदस्यों में सरदार वल्लभभाई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक शैलेश गांधी भी शामिल हैं. उन्होंने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में मंदिर की नींव के बारे में जानकारी दी. उन्होंने नींव के लेकर हो रहे शोध के बारे में भी जानकार दी.
उन्होंने बताया कि मंदिर के निर्माण में स्टील का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा. इसके साथ ही उसे ऐसे बनाया जाएगा कि वह 1000 वर्ष तक टिका रहेगा. भावनगर के रहने वाले शैलेश गांधी एक सिविल इंजीनियर हैं.