शिमला : हिमाचल अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए दुनियाभर में अपनी अलग पहचान रखता है और यहां की देव परंपराएं, रहस्य और पौराणिक कहानियां सबको अपनी ओर खींचती हैं. यहां कण-कण में देवी-देवताओं का वास माना जाता है और इसीलिए हिमाचल को देवभूमि भी कहा जाता है. ऐसी देवभूमि जहां लोग मानते हैं कि भगवान के दर पर हर मर्ज, हर दुख की दवा मिलती है. ईटीवी भारत अपनी खास सीरीज 'रहस्य' में कुछ ऐसे ही अविश्वसनीय रहस्यों के बारे में आपको बताता है.
मंडी के करसोग क्षेत्र के लोगों का दावा है कि माता जोगणी के दर पर हर बीमारी का इलाज होता है. जोगणी माता के मंदिर में ऐसे मरीज पहुंचते हैं, जिनको बड़े-बड़े अस्पतालों और डॉक्टरों के पास से निराशा हाथ लगती है. इसलिए स्थानीय लोग इन्हें बीमारी का नाश करने वाली माता के नाम से जानते हैं. माता के दरबार में दूर-दूर से लोग अपनी बीमारी का इलाज ढूंढते हुए पहुंचते हैं. जोगणी माता से बीमारी को ठीक करने के लिए लोग मन्नतें मांगते हैं.
मान्यता है कि माता के दर पर हर मर्ज का इलाज होता है और जब मरीज ठीक हो जाता है तो वो मंदिर में आटे और गुड़ से प्रसाद तैयार कर माता को भोग लगाता है. स्थानीय लोगों के मुताबिक जिस दिन मंदिर के बाहर माता के भोग के लिए प्रसाद तैयार किया जाता है तो वहां बड़ी तादाद में कौए पहुंच जाते हैं. मंदिर के पास कौओं की तादाद माता के प्रसन्न होने का प्रतीक माना जाता है. लोगों की मानें तो इस इलाके में दूर-दूर तक कौवो का कोई नामो निशान आम दिनों में नहीं दिखता, लेकिन माता को प्रसाद चढ़ाने वाले दिन कौवों की ये तादाद सबको हैरान कर देती है. यानि स्थानीय लोग इन कौवों को माता जोगणी देवी का दूत मानते हैं और माता को भोग लगाने के बाद कौवों को भी प्रसाद देते हैं.