पटना : बिहार में नई सरकार को बने हुए एक महीना बीत चुका है. सुशासन का दावा करने वाले सीएम नीतीश कुमार के लिए सबसे बड़ी चुनौती राज्य की कानून व्यवस्था ही बनी हुई है. बीते एक महीने में मुख्यमंत्री ने तीन बार कानून व्यवस्था मामले पर समीक्षा बैठक की. लेकिन बीते महीने में शायद ही कोई दिन हो जिस दिन राज्य के किसी न किसी जिले में हत्या या लूट का मामला नहीं हुआ. अब इस मामले पर राजनीति भी गरमाने लगी है. कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष आमने सामने है.
कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने कहा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य को संभाले और कानून व्यवस्था को सख्ती से लागू करने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दें.
जदयू नेता राजीव रंजन ने कहा, 'बिहार में सुशासन की सरकार है. जनता सीएम नीतीश कुमार पर पूरा भरोसा करती है. एनडीए की सरकार में कोई भी अपराधी बच नहीं सकता है.'
लिस मुख्यालय के उप महानिरीक्षक जितेंद्र कुमार ने कहा, 'राज्य के सभी थानों को रात्रि गश्ती के साथ-साथ पैदल गश्त करने के भी निर्देश दिए गए है. इसके अलावा भी कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं.'
वहीं, चार दिसंबर को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद संजय जयसवाल ने बिहार के कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया और कहा था पुलिस अपराधियों को पकड़ने में अक्षम है. बिहार में बिगड़ी कानून व्यवस्था पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी कई बार ट्वीट कर कहा कि बिहार में महा जंगलराज कायम हो गया है.
तीन बार हुई लॉ एंड आर्डर पर बैठक
- 28 नवंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहली बार कानून व्यवस्था पर बैठक बुलाई थी. नीतीश कुमार ने बैठक में अधिकारियों को सख्त लहजे में कहा था कि हर हाल में कानून व्यवस्था बनाए रखें. किसी भी स्तर पर किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी.
- 9 दिसंबर को नीतीश कुमार ने दूसरी बार कानून व्यवस्था पर बैठक बुलाई और अधिकारियों को पेशेवर अपराधियों पर सख्ती बरतने के निर्देश दिए.
- 12 दिसंबर को नीतीश कुमार ने तीसरी समीक्षा बैठक बुलाई और अपराध नियंत्रण के लिए पदाधिकारी को मजबूती से काम करने का फिर से निर्देश दिया.
पिछले कुछ दिनों में राज्य में घटित वारदातों पर एक नजर
22 नवंबर
- मोकामा के घोष वाड़ी में 65 वर्ष के वृद्ध को 10 गोलियों से भुना.
- मुजफ्फरपुर में करीब 5 करोड़ 30 लाख लोड एटीएम कैश वैन पर दिन के 11 बजे अपराधियों ने फायरिंग कर लूट की कोशिश की.
- गया के बाराचट्टी में नक्सलियों ने आलोक यादव की खुलेआम हत्या की.
- राजधानी पटना के एक दर्जन घरों में लाखों की चोरी.
23 नवंबर
- पटना के रूपसपुर में सुरक्षा कार्ड की चाकू गोदकर हत्या.
- बेतिया में पेट्रोल पंप कर्मी से 11 लाख की लूट.
- समस्तीपुर के विभूतिपुर में जेवर व्यवसाय से 5 लाख की लूट.
- पटना के कंकड़बाग में चोरी.
24 नवंबर
- पटना के बाढ़ में 45 वर्षीय अशोक यादव की हत्या.
- पटना के कदम कुआं में मर्चेंट नेवी के चीफ इंजीनियर सत्येंद्र शाह के कारण सात लाख की चोरी.
- पटना के दानापुर में दो महिलाओं से चेन झपटी.
25 नवंबर
- पटना के फुलवारी में 25 वर्षीय अभिषेक की हत्या.
- दानापुर में 17 साल युवती का अपहरण.
- पटना के रूपसपुर के 4 घरों में चोरी.
28 नवंबर
- गोपालगंज में जदयू विधायक अमरेंद्र उर्फ पप्पू पांडे के 2 करीबियों की हत्या.
- पटना के चिड़िया टांडा पुल पर लूट के दौरान शिक्षिका शायिका की हत्या.
29 नवंबर
- लखीसराय में वाहन चालक की हत्या
एक दिसंबर
- छपरा जेल गेट पर तैनात होमगार्ड जवान की गोली मारकर हत्या.
- छपरा के एक माह में दो युवक की हत्या.
- खगड़िया में ग्राम पंच के पति चंदेश्वरी गोस्वामी की हत्या.
- विक्रम में रंगदारी मांगने के लिए डेयरी प्लांट पर अपराधियों ने की फायरिंग.