भीलवाड़ा :जिले में कोरोना वायरस की चेन को बिल्कुल खत्म करने के लिए जिला कलेक्टर विशेष पहल करने जा रहे हैं. शहर में 20 मार्च से कर्फ्यू लगा हुआ है, लेकिन तीन अप्रैल से 10 दिनों के लिए महाकर्फ्यू की घोषणा की है. उस दौरान स्वयंसेवी संस्थानों और मीडियाकर्मियों पर भी पाबंदी रहेगी. वहीं लोगों को भोजन और खाद्य सामग्री प्रशासन घर जाकर ही उपलब्ध कराएगा.
प्रदेश के अन्य जिलों की तुलना में भीलवाड़ा में दिनोंदिन कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है. अब तक 26 के करीब आंकड़ा पहुंच गया है, जिसे लेकर जिला कलेक्टर सतर्क हो गए हैं.
जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने तीन अप्रैल से 10 दिन तक महाकर्फ्यू लगाने की घोषणा की है. उन्होंने हाथ जोड़कर भीलवाड़ा की जनता से अपील करते हुए कहा कि शहर में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद हमने पहले फेज में जिले में स्क्रीनिंग सहित तमाम चिकित्सकीय व्यवस्थाओं का सफलता से प्राप्त कर ली है.
भीलवाड़ा में लगेगा महाकर्फ्यू उन्होंने कहा, '26 पॉजिटिव में से आठ केस ऐसे हैं, जो पॉजिटिव आने के बाद नेगेटिव प्राप्त हुए हैं. अब तक डिसिप्लिन ठीक था, लेकिन इस कोरोना की चेन को बिल्कुल खत्म करने के लिए तीन अप्रैल से 10 दिन तक आप सब घर में ही रहें. साथ ही जिनको प्रशासन ने पास उपलब्ध करा रखे हैं, हम वे भी कैंसिल करने जा रहे हैं.'
पढे़ं :भारत में कोरोना : दिल्ली में दो दिन में सामने आए 48 नए मामले, महाराष्ट्र-केरल में सर्वाधिक मरीज
जिला कलेक्टर ने कहा कि चाहे मीडिया कर्मी हों, जन सहयोगी लोग हों या एनजीओ के लोग. इन सबके पास निरस्त किए जाएंगे. वहीं जिला प्रशासन ने कर्फ्यू के दौरान लोगों को भोजन और रॉ मैटेरियल उपलब्ध कराने की तमाम सामग्री एकत्र कर ली है. सामान पहुंचाने के दौरान सभी को सूचित कर दिया जाएगा और जो दूरी मेंटेन नहीं रखेंगे या गोले में खड़े नहीं होंगे, उनको रॉ मैटेरियल और भोजन का पैकेट नहीं दिया जाएगा.
उन्होंने कहा, 'जो कानून का उल्लंघन करते हुए पाए जाएंगे, उनके खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी. जिन व्यक्तियों के पास खाना न पहुंचे, वे कंट्रोल रूम में नंबर लिखवाएं, जिससे उनको भी आसानी से प्रशासन द्वारा खाना उपलब्ध कराया जाएगा. इस युद्ध में सब साथ रहें. भीलवाड़ा का जन-जन हमारे साथ खड़ा होना चाहिए. सब घर में बंद रहें तो निश्चित रूप से भीलवाड़ा जिले से कोरोना की चेन खत्म होगी.'