नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर समाज के निचले तबके की अनदेखी का आरोप लगाया है. कांग्रेस पार्टी ने इसके तहत सोशल मीडिया पर स्पीक अप इंडिया (#SpeakUpIndia) अभियान की शुरुआत की है. इसके तहत कांग्रेस नेताओं ने श्रमिक और वंचित वर्ग के लोगों की बातों को एक मंच मुहैया कराने की बात कही है.
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण इस अभियान में अस्पताल से शरीक हुए. उन्होंने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि केंद्र सरकार को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि भारत अभी सबसे कठिन समय से गुजर रहा है.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वीडियो संदेश के माध्यम से केंद्र सरकार से अपील की है कि वह सरकारी खजाने को खोलकर गरीबों की मदद करे.
ऑनलाइन कैंपेन में भाग लेते हुए राहुल ने कहा, ‘कोविड के कारण देश में एक तूफान आ गया है. गरीब जनता परेशान हो रही है. मजदूरों को सड़कों पर चलना पड रहा है. वो भी भूखे-प्यासे. छोटे कारोबार प्रभावित हो गए. ये बंद हो रहे हैं. ऐसे में इन लोगों को किसी कर्ज की जरूरत नहीं है, बल्कि पैसे की जरूरत है.'
राहुल गांधी ने कुछ मांगें भी रखीं. उन्होंने कहा कि सरकार हर गरीब परिवार को 7500 रु. प्रति महीना पैसा दे. ऐसा छह महीने तक जरूरी है. मनरेगा के तहत 200 दिनों का काम सुनिश्चित करे सरकार. जो मजदूर घर लौट रहे हैं, उन्हें सुविधा प्रदान की जाए. छोटे व्यवसायियों के लिए अलग से पैकेज दे सरकार.
वहीं, कांग्रेस महसचिव प्रियंका गांधी ने अभियान में भाग लेते हुए कहा, 'हम सबका कर्तव्य है कि हम साथ मिलकर जरूरतमंदों की मदद के लिए आवाज उठाएं. मैं आवाज उठा रही हूं, आप भी उठाएं.'
कांग्रेस नेता रिपुन बोरा ने स्पीक अप इंडिया अभियान के तहत असम कांग्रेस के ट्विटर हैंडल पर वीडियो संदेश दिया. इस अभियान की शुरुआत को उन्होंने कांग्रेस पार्टी के लिए ऐतिहासिक दिन करार दिया.
इसके अलावा कांग्रेस नेता रोहन गुप्ता ने भी स्पीकअप इंडिया में भाग लिया. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'अपनी गरीबी का ढोल पीटकर सत्ता संभाली थी जिन्होंने, उन्हें सड़क पर चलते प्रवासी मजदूरों की गरीबी दिखाई नहीं देती. किसानों की सिसकियां सुनाई नहीं देतीं. हम सब मिलकर उन तक प्रवासी मजदूरों की आवाज पहुंचाएंगे, सत्ता में बैठी बहरी सरकार को किसानों की सिसकियां सुनाएंगे.'