कोलकाता :85 वर्षीय दिग्गज अभिनेतासौमित्र चटर्जी ने दुनिया को अलविदा कह दिया. सौमित्र को जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था. वरिष्ठ अभिनेता की हालत अन्य बीमारियों से ग्रसित होने और अधिक उम्र के कारण चिंताजनक हो गई थी. डॉक्टर के मुताबिक सौमित्र को कोविड-19 एन्सेफैलोपैथी की समस्या थी. सौमित्र चटर्जी का 5 अक्टूबर को कोरोना वायरस टेस्ट पॉजिटिव आया था. चटर्जी का रविवार की शाम पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.
उनकी अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. उनके पार्थिव शरीर को फूलों से सजाई हुई एक खुली गाड़ी में श्मशान घाट तक लाया गया. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ ही कई फिल्मी हस्तियां भी अभिनेता की अंतिम यात्रा में शामिल हुईं.
सड़क के दोनों ओर सैकड़ों लोग खड़े थे और पास के घरों में लोगों की भीड़ अपने पसंदीदा अभिनेता के अंतिम दर्शन के लिए छतों पर खड़ी थी. अभिनेता की अंतिम यात्रा केवड़ातला श्मशान घाट पर पूरी हुई. चटर्जी के अंतिम संस्कार से पहले उन्हें बंदूकों से सलामी दी गई. मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य लोगों की मौजूदगी में उनका अंतिम संस्कार किया गया.
सौमित्र चटर्जी से जुड़ी कुछ प्रमुख बातें सौमित्र, अभिनेता परमब्रत चट्टोपाध्याय द्वारा निर्देशित 'अभिजन' नामक एक डॉक्यूमेंट्री की शूटिंग कर रहे थे. आखिरी बार वह 1 अक्टूबर को भारतलक्ष्मी स्टूडियो में शूटिंग के लिए गए थे.
सौमित्र चटर्जी से जुड़ी कुछ प्रमुख बातें सौमित्र को करीब 40 दिन पहले कोलकाता के बेले व्यू अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था. शुक्रवार से उनके स्वास्थ्य का स्तर काफी नीचे गिरता जा रहा था.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चटर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित की.
सौमित्र चटर्जी को ममता बनर्जी ने दी श्रद्धांजलि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सौमित्र चटर्जी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि यह सांस्कृतिक जीवन के लिए बहुत बड़ी क्षति है. राष्ट्रपति ने कहा कि अदाकारी मेंसौमित्र चटर्जी का योगदान अमूल्य है.
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा ने सौमित्र चटर्जी के निधन को बड़ा नुकसान बताया है.
उनके निधन पर बंगाली फिल्म जगत के दिग्गज निर्माता निर्देशक ओनिर ने शोक जताया है.
स्टैंडअप कॉमेडियन और पटकथा लेखक के रूप में अपनी पहचान रखने वाले वरुण ग्रोवर ने भी सौमित्र चटर्जी के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने कहा कि दुनिया उनकी कृतियों से प्रेरित होती रहेगी.
सौमित्र के निधन पर बांग्ला फिल्म जगत के एक अन्य दिग्गत रितुपर्णो घोष ने भी शोक जताया है. उन्होंने कहा कि यह मानना मुश्किल है कि सौमित्र चटर्जी अब हमारे बीच नहीं हैं.
दिल्ली स्थित जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) में छात्र संघ अध्यक्ष रहीं आईशी घोष ने भी ट्वीट कर सौमित्र चटर्जी के निधन पर शोक जताया. उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना भी की.
सौमित्र के निधन पर पश्चिम बंगाल के विधायक प्रशांत बहेरा ने शोक जताया. उन्होंने कहा कि दुनिया में जितने भी फिल्म उद्योग हैं, वहां सौमित्र के योगदान को याद किया जाएगा.
बता दें कि शनिवार देर रात सौमित्र की सेहत के संबंध में उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने चिंता जाहिर की थी. डॉक्टरों ने कहा था, 'हमें खेद है कि सौमित्र के ऊपर इलाज का असर नहीं हो रहा है. हम अंतिम प्रयास कर रहे हैं यहां तक कि उनके परिवार ने भी इसे स्वीकार कर लिया है.'
बेले व्यू अस्पताल में मेडिकल बोर्ड के प्रमुख और क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ अरिंदम कर ने कहा था, 'न्यूरोलॉजिस्ट, नेफ्रोलॉजिस्ट, कार्डियोलॉजिस्ट सहित डॉक्टरों की टीम, जो क्रिटिकल केयर मेडिसिन, संक्रमण रोग विशेषज्ञ, दोनों सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों से ताल्लुक रखते हैं, उनमें से हर कोई दिग्गज कलाकार को क्रिटिकल स्टेज से वापस लाने के लिए प्रयास कर रहे हैं, लेकिन यह काम नहीं कर रहा है.'
डॉक्टरों के मुताबिक सौमित्र की सेहत ऐसी है जहां से किसी सुधार की गुंजाइश न के बराबर बच गई थी. दादा साहेब फाल्के अवार्ड से सम्मानित सौमित्र चटर्जी का इलाज कर रहे डॉक्टरों में से एक ने कहा था कि लाइफ सपोर्ट से अब और मदद नहीं मिल रही है.
उन्होंने कहा था, 'हमारे सभी प्रयासों के बावजूद उनकी शारीरिक प्रणाली ठीक से काम नहीं कर रही. यह (चटर्जी की हालत) पहले से बदतर है. उन्हें हर तरीके की चिकित्सकीय मदद दी जा रही है, सौमित्र जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं.
डॉक्टर ने कहा था कि सौमित्र के तंत्रिका तंत्र में कोविड एन्सेफैलोपैथी स्थापित किया था, इसके कारण सारे प्रयास बेकार हो गए.