नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि मौजूदा समय में एक तरफ असहिष्णुता और हिंसा बढ़ रही है तो दूसरी तरफ समाज पर झूठ और अवैज्ञानिक विचार थोपे जा रहे हैं.
गुरुवार को सोनिया गांधी 'इंदिरा गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार' समारोह में बोल रही थीं. इस बार का पुरस्कार पर्यावरणविद चंडी प्रसाद भट्ट को प्रदान किया गया.
इस कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शामिल हुए, हालांकि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा मौजूद नहीं थे. पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि ये दोनों नेता संभवत: दिल्ली से बाहर हैं इसलिए कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बन सके.
सोनिया ने इस पुरस्कार समारोह में कहा, 'राष्ट्रीय एकता इंदिरा जी का एक जुनून था. मौजूदा सरकार के उलट उन्होंने एकता का मतलब एकरूपता नहीं माना. उन्होंने देश की विविधता की पैरवी की. वह भारत की विभिन्न संस्कृतियों वाली विविधता को लेकर संवेदनशील थीं. उन्होंने विविधताओं वाले विचारों को समाहित करने का काम किया.'
उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'आज हम देख रहे हैं असहिष्णुता बढ़ रही है, हिंसा बढ़ रही है. इतिहास को गलत ढंग से पेश किया जा रहा है और समाज पर झूठ एवं अवैज्ञानिक विचार थोपे जा रहे हैं.'
सोनिया ने कहा कि यह सब हमारे देश की उदारवादी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रितक बुनियादों के विपरीत है.
सोनिया ने कहा, 'इंदिरा गांधी ने इस बात को स्वीकार्यता दी कि आर्थिक विकास और सामाजिक नीतियों के बिना भारत विकसित और समृद्ध नहीं हो सकता. राष्ट्रीय एकता का उनका नजरिया व्यापक, वंचितों की मदद करने और यह सुनिश्चित करने का था कि भारतीय समाज को कोई समुदाय जाति या वर्ग के