बेंगलुरु :साल 2019 का अंतिम सूर्य ग्रहण (5 पौष, शक संवत 1941) शुरु हो गया. दक्षिण के राज्यों से इसे देखा जा सकता है. सूर्य ग्रहण सुबह 8.20 से 1:28 (पीएम) तक दिखाई देगा. इस ग्रहण पर देश भर के वैज्ञानिकों की नजर है. बताते चलें कि कर्नाटक के कोडागु मदिकेरी के एक गांव काइमानि (Kayimani) में इस ग्रहण को 100 प्रतिशत देखा जा सकता है.
गौरतलब है कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने इस ग्रहण को देखने की तैयारी की है. क्षेत्र के खेत में विशेष व्यवस्था की गई है. जगह-जगह टेलिस्कोप लगाए गए हैं. छात्र और लोग भी इस साल के आखिरी सूर्यग्रहण को देख सकते हैं.
कहां कैसे नजर आएगा सूर्य
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा एक बयान में बताया गया कि भारत में सूर्योदय के बाद इस वलयाकार सूर्य ग्रहण को देश के दक्षिणी भाग में कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के हिस्सों देखा जा सकेगा, जबकि देश के अन्य हिस्सों में यह आंशिक सूर्य ग्रहण के रूप में दिखाई देगा. वहीं कर्नाटक के कोडागु मदिकेरी के एक गांव काइमानि (Kayimani) में सूर्य 100 प्रतिशत नजर आएगा.
सूर्यग्रहण का समय
भारतीय मानक समय अनुसार आंशिक सूर्यग्रहण सुबह आठ बजे आरंभ होगा, जबकि वलयाकार सूर्यग्रहण की अवस्था सुबह 9.06 बजे शुरू होगी. सूर्य ग्रहण की वलयाकार अवस्था दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर समाप्त होगी, जबकि ग्रहण की आंशिक अवस्था दोपहर एक बजकर 36 मिनटर पर समाप्त होगी.
कहां से होकर गुजरेगी ग्रहण की वलयाकार प्रावस्था
ग्रहण की वलयाकार प्रावस्था का संकीर्ण गलियारा देश के दक्षिणी हिस्से में कुछ स्थानों यथा कन्नानोर, कोयंबटूर, कोझीकोड, मदुरई, मंगलोर, ऊटी, तिरुचिरापल्ली इत्यादि से होकर गुजरेगा. भारत में वलयाकार सूर्य ग्रहण के समय सूर्य का करीब 93 फीसदी हिस्सा चांद से ढका रहेगा.