अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अगले कुछ दिनों में काफी व्यस्त कार्यक्रम है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ साझा मंच, ऊर्जा की बड़ी कंपनियों के साथ बातचीत, जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव द्वारा आयोजित शिखर सम्मेलन में नीतिगत भाषण और पाकिस्तान के साथ तनाव के बीच संयुक्त राष्ट्र महासभा का संबोधन जैसे प्रमुख कार्यक्रमों पर सबकी नजरें टिकी होंगी.
शुक्रवार को पीएम मोदी अमेरिका के लिए रवाना हो रहे हैं. अमेरिका के दो प्रमुख शहरों ह्युस्टन और न्यूयॉर्क में उनका बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है. ह्युस्टन को दुनिया का ऊर्जा की राजधानी (एनर्जी कैपिटल) भी कहा जाता है. यहां पहुंचने पर शनिवार को मोदी एक्सोकोनोबिल और बीपी समेत 16 प्रमुख ऊर्जा फर्मों के सीईओ के साथ बैठक करेंगे. पीएम के तौर पर मोदी का यह चौथा अमेरिकी दौरा है.
बैठक से पहले विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा, 'भारत और अमेरिका के बीच बढ़ रहे व्यापार में ऊर्जा प्रमुख घटक के रूप में सामने आया है. हम अमेरिका से लगभग चार बिलि. डॉलर तेल और गैस का आयात करते हैं. और यहां इन कंपनियों के साथ बैठक होने का मतलब है कि हम दिखाना चाहते हैं कि भारत ना सिर्फ एक महत्वपूर्ण बाजार है, बल्कि निवेश और अन्य आर्थिक अवसरों पर भी चर्चा करेंगे.'
22 सितंबर यानि रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पीएम मोदी के साथ बहुप्रतीक्षित हाउडी मोदी कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. इसका आयोजन प्रवासी भारतीय समुदाय ने किया है. तकरीबन 50 हजार भारतीय-अमेरिकी इसमें हिस्सा लेंगे. पहली बार कोई वर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति किसी भारतीय पीएम की रैली में शामिल हो रहा है. यह भारतीय समुदाय के बढ़ते राजनीति प्रभाव को दर्शाता है.
वैसे पीएम मोदी जब भी बाहर जाते हैं, तो भारतीय समुदाय को संबोधित करते हैं. यह उनका ट्रेडमार्क बन चुका है. ह्युस्टन से पहले मोदी मैडिसन स्कॉयर (2014) और सन जोस (2015) में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित कर चुके हैं.
विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने मीडिया को बताया, 'मैं इसे भारतीय अमेरिकी समुदाय की एक बड़ी उपलब्धि के रूप में मानता हूं कि यदि आज इतने बड़े पैमाने पर वहां कार्यक्रम हो रहा है और इसमें राष्ट्रपति ट्रंप जैसे व्यक्ति आ रहे हैं, मुझे लगता है कि यह वास्तव में दिखाता है कि हमारा समुदाय कहां तक पहुंच चुका है.'
2015 के बाद दूसरी बार पीएम मोदी जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन को संबोधित करेंगे. इसका आयोजन संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस कर रहे हैं.
भारत का सतत विकास लक्ष्य, जलवायु परिवर्तन, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से आकांक्षाएं और अपेक्षाएं प्रमुख विषय होंगे. इसके बाद पीएम मोदी यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज शिखर सम्मेलन में आयुष्मान भारत योजना पर प्रकाश डालेंगे. इसका भी आयोजन एंटोनियो गुटेरेस ने ही किया है.
मोदी आतंकवादियों और हिंसक चरमपंथी कथाओं के लिए रणनीतिक प्रतिक्रियाओं पर भी अपनी राय रखेंगे. इस बैठक को संयुक्त रूप से होस्ट किया गया है. इसमें जॉर्डन के राजा, फ्रांसीसी राष्ट्रपति, न्यूजीलैंड के पीएम और संयुक्त राष्ट्र महासचिव भी हिस्सा ले रहे हैं. साथ ही जर्मन चांसलर मैर्केल, केन्या और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भी शिरकत करेंगे.
गौरतलब है कि मोदी ने मालदीव और श्रीलंका के हाले के दौरे पर आतंकवाद निरोध पर वैश्विक नेतृत्व शिखर सम्मेलन को संबोधित किया था.
मोदी और ट्रम्प के बीच अलग से बिग ऐप्पल में मंगलवार को एक महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठक प्रस्तावित है.
इसी साल मोदी और ट्रंप के बीच जी 20 ओसाका शिखर सम्मेलन और जी 7 बियारिज सम्मेलन के दौरान अलग से बैठक हुई थी. दोनों देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग के अलावा पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे भी मुद्दे हैं.