कानपुर: भारत में हर चार मिनट में एक व्यक्ति की मौत होती है, जिसका कारण है रोड एक्सीडेंट. वहीं लगभग पांच लाख लोग हर साल रोड एक्सीडेंट में अपनी जान गवा देते हैं. इनमें से 30 फीसदी लोगों की मौत का कारण समय से इलाज न मिल पाना और दुर्घटना की जानकारी न होना होता है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, क्योंकि कुछ छात्रों ने ऐसा हेलमेट तैयार किया है, जो हादसा होने पर तत्काल हादसे की सूचना पुलिस, अस्पताल और परिजनों को देगा. इतना ही नहीं उस हेलमेट में लगे सेंसर और जीपीएस की मदद से वह इन सब को दुर्घटना की लोकेशन भी भेजेगा, ताकि किसी को दुर्घटना स्थल तक पहुंचने में कोई दिक्कत ना हो.
इंजीनियरिंग छात्रों ने तैयार किया खास हेलमेट...
- कानपुर आईआईटी में चल रही हैकथॉन में चेन्नई के कारपागम कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के छात्र-छात्राओं ने स्मार्ट हेलमेट तैयार किया है.
- छात्रों का कहना है कि रोड दुर्घटनाओं में हो रही वृद्धि को देखते हुए उनको यह हेलमेट बनाने का विचार आया.
स्मार्ट हेलमेट बचाएगा लोगों की जान
साधारण हेलमेट का किया गया है प्रयोग...
- स्मार्ट हेलमेट में एक साधारण हेलमेट का प्रयोग किया गया है, जिसके अंदर कई प्रकार के सेंसर सहित जीपीएस लगे हैं.
- हेलमेट में एक मेमोरी लगी है, जिसमें परिजनों के कॉन्टेक्ट नम्बर सेव रहेंगे.
- जीपीएस के माध्यम से दुर्घटनास्थल के पास के थाने और एंबुलेंस को मैसेज के जरिए दुर्घटना की सूचना यह हेलमेट पहुंचाएगा.
हाथ से गिरने पर नहीं करेगा काम...
- यह हेलमेट तभी काम करेगा जब इसको पहनने वाला राइडर इसमें लगे पुश ऑन बटन को ऑन करेगा.
- हेलमेट आपके हाथ से यदि गिरता है तो यह किसी प्रकार की सूचना नहीं भेजेगा.
कैसे काम करेगा हेलमेट...
- स्मार्ट हेलमेट राइडर पहनकर अगर कोई किसी दुर्घटना का शिकार होता है तो गिरने पर जनरेट होने वाले वाइब्रेशन से इसमें लगे सेंसर को दुर्घटना की जानकारी होगी.
- जीपीएस के माध्यम से संबंधित लोगों को लोकेशन मैसेज करेगा, जिससे सभी को समय से जानकारी होगी और दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को समय रहते बचाया जा सकेगा.