हैदराबाद : पाकिस्तान की ओर से पांच अप्रैल को की गई गोलाबारी में हमारे विशेष बल के पांच पैरा कमांडर शहीद हो गए थे. भारतीय सेना ने इसकी जवाबी कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को एलओसी के दूसरी तरफ दुश्मन को धूल चटाते हुए काफी नुकसान पहुंचाया.
एक शीर्ष खुफिया अधिकारी ने बताया कि दूसरी तरफ सेना ने काफी तबाही की है. दो आतंकी लॉन्च पैड उड़ाए गए हैं. इसके साथ ही दुश्मन को भारी नुकसान पहुंचाते हुए 35 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया गया, जिसमें पाकिस्तानी सेना के जवान भी शामिल थे. उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों के हताहत होने की संख्या अधिक है.
इस बीच दक्षिण एशिया और दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) के महानिदेशक जाहिद हफीज चौधरी ने इस्लामाबाद में भारतीय उप-उच्चायुक्त गौरव अहलूवालिया को तलब किया. यहां उन्होंने भारतीय सैनिकों द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन और निर्दोष नागरिकों को टारगेट करने के लिए पाकिस्तान का कड़ा विरोध किया.
वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई जारी है. इसके बावजूद भारत-पाकिस्तान के बीच एलओसी पर तनाव पसरा हुआ है. अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद जम्मू और कश्मीर में यह पहली गर्मी है. इसकी शुरूआत के साथ ही दोनों देशों के बीच सरहद पर तनाव बढ़ गया है.
इस संबंध में एक सेवारत कर्नल ने ईटीवी भारत को बताया कि हमने अपने पांच जवानों को खो दिया है. यह अब केवल समय का सवाल है. हम अपने इरादे को और मजबूत और विनाशकारी रूप से स्पष्ट करेंगे.
इसके बाद 10 अप्रैल को भारतीय सेना ने नीलम घाटी में 81 एमएम मोर्टार, 120 एमएम की बंदूकें और छोटे हथियारों से गोलीबारी की.