कोलकाता: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि वह प्राकृतिक संसाधनों की लूट और गरीबों के लिए ज्यादा तकलीफ के दो स्तंभों पर खड़ी है.
येचुरी ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि अपनी हार सामने देखकर वह चुनावों के ध्रुवीकरण के लिए सैन्य बलों के इस्तेमाल की कोशिश कर रही है.
उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार के खिलाफ जमीनी स्तर पर आक्रोश से बिल्कुल स्पष्ट है कि चुनावों के बाद एक धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक सरकार सत्ता में आएगी.
येचुरी ने कहा, ‘हाल में एक रिपोर्ट सामने आई, जिसमें कहा गया था कि पिछले पांच साल में कारोबारियों का 5.5 लाख करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया गया है. यह बताता है कि भाजपा को चुनावी बांड के रूप में इतने पैसे कहां से मिल रहे हैं.'
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माकपा नेता ने कहा, ‘मोदी सरकार प्राकृतिक संसाधनों की लूट, पूंजीपतियों से साठगांठ और गरीबों एवं आम जनता के लिए ज्यादा तकलीफ के दोहरे स्तंभों पर खड़ी है.’
येचुरी ने केंद्र सरकार से मांग की है कि वह उन बड़े कारोबारियों के नाम का खुलासा करे, जिनके कर्ज माफ किए गए हैं. उन्होंने कहा कि राफेल करार भी एक बड़ा उदाहरण है कि मोदी सरकार कैसे साठगांठ वाले पूंजीवाद को बढ़ावा दे रही है.