नई दिल्ली : सिविल डिफेंस स्वयंसेवकों की भर्ती को लेकर दिल्ली के अखबारों में राज्य सरकार की ओर से एक विज्ञापन प्रकाशित कराए जाने के बाद विवाद होने पर एक वरिष्ठ कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया है. इस विज्ञापन में डिस्ट्रिक्ट वेबसाइट के माध्यम से सिविल डिफेंस स्वयंसेवक के पद के लिए आवेदन किया जाना था.
दरअसल प्रकाशित विज्ञापन में आवेदकों की पात्रता के तौर पर जो बातें लिखीं गई हैं, उनमें सिक्किम को एक अलग देश के तौर पर बताया गया. बाद में इसे लेकर सवाल उठने शुरू हो गए.
इस घटनाक्रम पर सीएम केजरीवाल ने कहा कि सिक्किम भारत का अभिन्न अंग है. विज्ञापन के प्रकाशन पर उन्होंने कहा कि ऐसी गलतियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि विज्ञापन वापस ले लिया गया है और गलती करने वाले अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है.
उपराज्यपाल अनिल बैजल ने मामले का संज्ञान लेते हुए कहा कि सिविल डिफेंस निदेशालय के एक वरिष्ठ कर्मचारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है. उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई एक ऐसे विज्ञापन के प्रकाशन पर की गई है, जिसमें भारत की अखंडता का अपमान किया गया है.
इससे पहले दिल्ली सरकार के विज्ञापन पर निराशा व्यक्त करते हुए सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने कहा है कि दिल्ली सरकार द्वारा किया गया यह विज्ञापन सिक्किम के गौरवशाली भारतीय नागरिकों के लिए आपत्तिजनक है.
तमांग का आरोप है कि दिल्ली सरकार ने विज्ञापन में सिक्किम को नेपाल और भूटान जैसे अलग देश के रूप में दिखाया था.
सिक्किम के जिक्र पर सवाल
इस विज्ञापन की पात्रता में लिखा गया है, 'भारत का नागरिक हो या भूटान, नेपाल या सिक्किम की प्रजा हो तथा दिल्ली का निवासी हो. भूटान और नेपाल तो स्वायत देश हैं, लेकिन इसमें सिक्किम के जिक्र को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. भाजपा ने इसे आपत्तिजनक बताया है. इस पूरे मामले को लेकर ईटीवी भारत ने दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी से बातचीत की.