भिलाई : पर्यावरण को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए छत्तीसगढ़ की भिलाई निवासी श्रद्धा साहू ने अनोखी पहल की है. वे पिछले दो साल से खुद का 'स्टील के बरतनों का बैंक' बना रही हैं.
पीएम नरेंद्र मोदी ने 2019 स्वतंत्रता दिवस के मौके पर एकल-उपयोग प्लास्टिक का प्रयोग बंद करने की अपील की थी. हालांकि, श्रद्धा पीएम की अपील से काफी पहले से ही प्लास्टिक प्रदूषण की रोकथाम के लिए काम कर रही हैं.
ईटीवी भारत से बात करते हुए श्रद्धा साहू ने बताया कि वे स्टील के बर्तन खास कार्यों और आयोजनों के लिए मुफ्त में उधार देती हैं. लोग न केवल भिलाई, बल्कि आसपास के जिलों से भी श्रद्धा से संपर्क करते हैं. श्रद्धा का कहना है कि बर्तन लेने वाले लोग उन्हें अच्छी स्थिति में लौटाते हैं. बर्तन साफ और धुले हुए होते हैं.
श्रद्धा एक गृहिणी हैं, उनका प्रयास होता है कि लोग सिंगल यूज प्लास्टिक से बने बर्तनों का कम प्रयोग करें. बच्चों को एकल उपयोग प्लास्टिक के दुष्प्रभाव के बारे में शिक्षित करने के लिए श्रद्धा को स्कूलों में आमंत्रित भी किया जाता है.
श्रद्धा का यह कदम युवाओं के लिए प्रेरणा साबित हुआ है. भले ही ये एक छोटी पहल हो, लेकिन यह कदम हरियाली और प्लास्टिक मुक्त भारत की ओर एक प्रभावशाली कदम है.
ईटीवी भारत की मुहिम से जुड़ी अन्य खबरें
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : कचरा मुक्त बनने की दिशा में वाराणसी रेलवे स्टेशन
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : स्वच्छता की मिसाल बनी उत्तराखंड की केवल विहार कॉलोनी
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : उत्तराखंड की आस्था ने बनाई बाल पंचायत, कचरा मुक्त बन रहा तौली गांव
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : मोतिहारी में मासूम बच्चों ने छेड़ी मुहिम, देखें खास रिपोर्ट
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : हिमाचल की 'कल्पना' देशवासियों के लिए बनी मिसाल
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : NOIDA में प्लास्टिक कचरे से बनाया गया है दुनिया का सबसे बड़ा चरखा
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : गुजरात की पेटलाड नगरपालिका कर रही है उल्लेखनीय प्रयास
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : केरल की पंचायत को कचरा मुक्त बना रही हैं महिलाएं
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : कर्नाटक में अनचात्गेरी गांव के सरपंच की अनूठी मुहिम
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : कचरे से बचने के लिए कर्नाटक के मैसुरु जू में लिए जाते हैं 10 रुपये