नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के भारत के फैसले के बाद, पाकिस्तान हर मंच पर इस मुद्दे को लगातार उठाता रहा है. यहां तक कि पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने इस मुद्दे को बार-बार उठाने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) सहित कई वैश्विक प्लेटफार्मों का उपयोग किया है. हाल ही में पाकिस्तान के शिक्षा मंत्री शफकत महमूद ने अयोध्या फैसले और कश्मीर मुद्दे को यूनेस्को के सामान्य सम्मेलन के 40वें सत्र मेंउठाया, जिसका नई दिल्ली ने समुचित जवाब दिया था.
ईटीवी भारत ने इस मामले को लेकर पूर्व राजदूत अनिल त्रिगुणायत से खास बातचीत की. पाक द्वारा बार-बार भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप के सवाल पर त्रिगुणायत ने कहा कि यह इस्लामाबाद की विकट समस्या है. पाकिस्तान की विदेश और सुरक्षा नीतियां पूरी तरह से भारत पर केंद्रित हैं.
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