नई दिल्ली/लखनऊ: पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री मंत्री और भाजपा नेता स्वामी चिन्मयानंद पर अपहरण का आरोप लगाने वाली छात्रा को राजस्थान से बरामद कर लिया गया है.
सुप्रीम कोर्ट में जजों ने लड़की से बातचीत की. इस दौरान लड़की ने कहा कि जब तक वह अपने माता-पिता से दिल्ली में नहीं मिल लेती तब तक वापस यूपी नहीं जाना चाहती है. वह दिल्ली में ही रहना चाहती है. अपने माता-पिता से मुलाकात के बाद कोई फैसला करेगी.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि दिल्ली कमिश्नर को लड़की के माता-पिता को दिल्ली लाने के लिए एक टीम भेजने का निर्देश दिया है. लड़की से सुप्रीम कोर्ट परिसर में पूछताछ की गई. सप्रीम कोर्ट में जस्टिस आर भानुमति और जस्टिस ए एस बोपन्ना ने पीड़िता का पक्ष सुना.
इस मामले में योगी सरकार की तरफ से सॉलिसिटर जनरल विक्रमजीत बनर्जी सुनवाई में हिस्सा लेंगे.
इससे पहले यूपी पुलिस ने बताया कि लड़की को लखनऊ लाया जा रहा है. उसके साथ उसका दोस्त भी है. पुलिस के अनुसार दोनों से पूछताछ की जाएगी.
सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई हो रही है. कोर्ट ने लड़की को दिल्ली लाने को कहा है. इस पर उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि लड़की फतेहपुर सीकरी पहुंच चुकी है. वह ढाई घंटों में दिल्ली पहुंच जाएगी. लड़की के साथ बरामद लड़के को भी दिल्ली लाया जा रहा है. इस दौरान सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं.
बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजी ने बताया कि इस मामले में बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद ने एफआईआर दर्ज कराई है. उनका आरोप है कि उन पर आरोप लगाने वाली लड़की उनसे पांच करोड़ रुपये मांग रही थी. नहीं देने पर इस मामले को मीडिया तक ले जाने की धमकी भी दी थी.