नई दिल्ली : नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर शाहीन बाग में कई दिनों विरोध प्रदर्शन हो रहा है. प्रदर्शनकारियों ने गृह मंत्रालय, चुनाव आयोग (ईसी) और उप पुलिस आयुक्त और मनवाधिकार अयोग (एनएचआरसी) को यह कहते हुए पत्र लिखा कि उनके विरोध प्रदर्शन को मिल रही धमकियां सही हैं.
प्रदर्शनकारियों द्वारा जो पत्र लिखा गया था, जिसमें 'शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रही महिलाएं, फोरम ऑफ सिटीजन फॉर समान अधिकार, सिटीजन फॉर जस्टिस एंड पीस और अन्य लोग शामिल हैं.
पत्र में लिखा गया कि शाहीन बाग प्रदर्शन को जो धमकियां मिली है. वह सही है. वरिष्ठ पदों पर बैठे लोगों ने खुलेआम धमकियां दी. जिसके बाद कम से कम तीन हिंसक कार्रवाई की गई.
दिल्ली पुलिस कानून अपनी आंखों, कानों और प्रशिक्षित लाठियों का उपयोग करने के लिए बाध्य है, जो इस शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को हिंसक रूप देना चाहते हैं. हम शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उचित कार्रवाई का आग्रह करते हैं.
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पत्र में लिखा गया है कि शाहीन बाग में शांतिपूर्ण विरोध नफरत के हमलों, हिंसक हमलों और भीड़ से कमजोर है. आज सुबह, यहां पर अधिक संख्या में पुलिस बल तैनात किया जाए. हम अपील करते हैं. हालांकि, पुलिस की यह ताकत कानून के उल्लंघनकर्ताओं, भीड़ और हिंसक हमलावरों की ओर है न कि शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों की ओर नहीं.
शाहीन बाग में बढ़ाई गई सुरक्षा
दिल्ली के शाहीन बाग में प्रदर्शन स्थल के पास एक व्यक्ति द्वारा हवा में दो गोलियां चलाने के एक दिन बाद वहां सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. यह स्थान संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) विरोधी प्रदर्शन का केंद्र बन गया है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि दो स्तर पर बैरिकेड लगाए गए हैं, जिनके बीच की दूरी 100 मीटर है. इन्हें प्रदर्शन स्थल की ओर जाती हुई सड़क के दोनों तरफ लगाया गया है.