तिरुवनंतपुरम: माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने शनिवार को कहा कि जब तक धर्म को राजनीति और सरकार को कड़ाई से अलग नहीं रखा जाता तब तक धर्मनिरपेक्षता को नहीं बचाया जा सकता.
येचुरी ने कहा कि आरएसएस जैसी ताकतें देश की समावेशी सांस्कृतिक पहचान के बजाय उसे एक हिंदू पहचान देने के लिए उसके इतिहास, संस्कृति, शिक्षा नीति में बदलाव लाकर देश को अतीत के अंधकार की ओर ले जाना चाहती हैं. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने के अवसर पर माकपा के प्रदेश स्तर के समारोहों का वीडियो कॉन्फ्रेंस से उद्घाटन करते हुए येचुरी ने कहा धर्मनिरपेक्षता का अर्थ होता है धर्म को राजनीति और राज्य से अलग करना उन्होंने कहा कि सभी को अपने धर्म को चुनने का अधिकार है और इन अधिकारों की रक्षा करने का कर्तव्य सरकार का, कानून का है और कम्युनिस्ट इसे बचाने के लिए हमेशा खड़े रहेंगे.