मुम्बई : जानलेवा कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए अब चीन के अलावा सिंगापुर और थाईलैंड से मुम्बई आ रहे यात्रियों की भी जांच की जा रही है, जिसके लिए अतिरिक्त स्वास्थ्य अधिकारी हवाई अड्डे पर तैनात किए गए हैं.
महाराष्ट्र सरकार के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने 25 स्वास्थ्य अधिकारियों का एक दल भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) को देने का फैसला किया है. यह दल मुम्बई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में आने वाले यात्रियों की जांच में कर्मियों की सोमवार से मदद करेगा.
अधिकारी ने कहा, 'चीन और हांगकांग से आ रहे यात्रियों की 18 जनवरी से ही जांच की जा रही है. शनिवार से हमने दो नए स्थानों सिंगापुर और थाईलैंड से आने वाले यात्रियों की भी कोरोना वायरस संबंधी जांच शुरू करने का निर्णय किया है. '
एएआई के स्वास्थ्य अधिकारी अभी तक छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कोरोना वायरस संबंधी जांच कर रहे थे.
अधिकारी ने बताया कि अब क्योंकि विभिन्न देशों से लोग यहां पहुंच रहे हैं, तो त्वरित जांच के लिए अतिरिक्त कर्मियों की आवश्यकता है.
उन्होंने कहा, ' एएआई ने भी राज्य सरकार से जांच के लिए अतिरिक्त कर्मियों की मांग की है. सरकार ने एक आदेश जारी किया है और पड़ोसी ठाणे जिले से स्वास्थ्य अधिकारियों को मुम्बई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जांच के लिए तैनात किया जाएगा.
मुम्बई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रविवार तक चीन से आने वाले कुल 6,732 यात्रियों की जांच की गई.
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अधिकारी ने बताया कि राज्य में अभी तक कोरोना वायरस के किसी भी मामले की पुष्टि नहीं हुई है.
गौरतलब है कि कोरोना वायरस विषाणुओं का एक बड़ा समूह है लेकिन इनमें से केवल छह विषाणु ही लोगों को संक्रमित करते हैं. इसके सामान्य प्रभावों के चलते सर्दी-जुकाम होता है लेकिन 'सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम' (सार्स) ऐसा कोरोना वायरस है जिसके प्रकोप से 2002-03 में चीन और हांगकांग में करीब 650 लोगों की मौत हो गई थी.
इस संक्रमण से सर्वाधिक लोगों की मौत हुबेई प्रांत में हुई है. हुबेई की राजधानी वुहान में दिसम्बर में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलना शुरू हुआ था और अब यह संक्रमण दुनिया भर में फैल गया है.