नगांव : कुछ लोगों ने अपनी नैतिकता को बेच दिया है. किसान-मजदूर कोरोना के कारण अपनी आजीविका का सबसे कठिन समय गुजार रहा है, लेकिन कुछ लोग इस समय भी लूट-खसोट कर रहे हैं.
दरअसल, संकट की इस घड़ी में किसानों से उनका हक छीना जा रहा है. देश के प्रधानमंत्री ने किसानों की सहायता के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना बनाई.
किसानों के फर्जी नाम पर धांधली इस योजना के अनुसार, किसानों को तीन किश्तों में छह हजार रुपये दिए जाने हैं. प्रत्येक किश्त में दो हजार रुपए होंगे. किसानों के फर्जी नाम पर धांधली का मामला असम में सामने आया है.
किसानों के फर्जी नाम पर धांधली हालांकि, असम के बारपेटा जिले में एक बीडीओ प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में भ्रष्टाचार के कारण पहले ही निलंबित किया जा चुका है. अब असम के नगांव जिले में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है.
जिले के जुरिया विकास खंड में लाभार्थियों की सूची में काफी घपला है. इलाके में कोई हिंदू निवासी नहीं होने के बावजूद इस सूची में हिंदू लाभार्थियों के नाम हैं.
किसानों के फर्जी नाम पर धांधली नगांव जिले को 1,73,900 रुपये की धनराशि के साथ आवंटित किया गया था. 70% लाभार्थी धींग और रुहीहाट क्षेत्र से हैं, लेकिन लाभार्थियों की सूची एक अलग कहानी बताती है.
इसी तरह जिले के अधिकांश विकास खंडों में धांधली स्पष्ट दिखती है. बैंकों के अधिकारियों के खिलाफ लोगों द्वारा भ्रष्टाचार की शिकायतें मिली हैं. अब यह पाया गया है कि 70% लाभार्थी फर्जी हैं और सही लोगों को उनके हक से वंचित किया गया है.