नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की पीठ ने पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी पर नाराजगी जताई है. पीठ ने कहा कि जब भी मामले की सुनवाई हो मुकुल रोहतगी अदालत में उपस्थित रहें, हम उनसे फिर से सवाल करना चाहते हैं.
दरअसल, कर्नाटक के दो विधायकों की याचिका पर सुनवाई के दौरान रोहतगी और अभिषेक मनु सिंघवी के उपस्थित न रहने पर नाराजगी जाहिर करते हुए चीफ जस्टिस ने कहा कि जरूरी सुनवाई के लिए तो आप दिन और आधी रात में पहुंच जाते हैं, लेकिन जब अदालत वकील की मौजूदगी चाहती है, तो वह उपस्थित नहीं होते हैं.
बता दें कि कर्नाटक विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराने के लेकर दो निर्दलीय विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. आज इस मामले में सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने याचिका वापस लेने का निर्देश दिया.
इस याचिका पर सुनवाई के दौरान विधायकों के वकील मुकुल रोहतगी और स्पीकर के वकील अभिषेक मनु सिंघवी अदालत में मौजूद नहीं थे, जिस पर CJI रंजन गोगोई ने नाराजगी जताई.
बता दें, मंगलवार को कर्नाटक कांग्रेस-जेडीएस के गठबंधन में बनी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली सरकार बहुमत साबित करने में असफल रही थी. विश्वास प्रस्ताव में वोटिंग के दौरान सरकार के पक्ष में 99 और विपक्ष में 105 वोट पड़े. सरकार गिरने के बाद राज्यपाल भाजपा को सरकार बनाने का न्यौता दे सकते हैं. खुद बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव शिवराज सिंह चौहान ने सरकार बनाने की बात कही है.
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बता दें, सुप्रीम कोर्ट में 15 बागी विधायकों, स्पीकर और मुख्यमंत्री की याचिका पर फैसला होना है. कर्नाटक से बीजेपी के नेताओं का दिल्ली आकर अमित शाह से मुलाकात करने की खबरें भी सामने आई हैं.